कांग्रेस ममता बनर्जी के कद को छोटा करने और बदले के लिए उतरेगी पश्चिम बंगाल चुनाव में
July 14, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

कांग्रेस ममता बनर्जी के कद को छोटा करने और बदले के लिए उतरेगी पश्चिम बंगाल चुनाव में

पश्चिम बंगाल में अगले विधानसभा चुनाव में दिल्ली में आम आदमी पार्टी की तरह ही कांग्रेस पार्टी का ममता बनर्जी के तृणमूल कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन की कोई संभावना नहीं है।

by अभय कुमार
Mar 27, 2025, 12:41 pm IST
in भारत, विश्लेषण
Congress Mamta banerjee

प्रतीकात्मक तस्वीर

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

अगले साल 2026 में पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा के चुनाव कई मायनों में पिछले चुनावों से अलग होने जा रहा हैं। इस चुनाव में सभी दलों की अपनी अलग-अलग प्राथमिकताएं होंगी। जहाँ ममता बनर्जी सत्ता में चौथी बार वापसी का प्रयास करेंगी वहीं भाजपा पश्चिम बंगाल में सत्ता में पहली बार आने के लिए चुनाव लड़ेगी। मगर इन दोनों दलों के अलावे कांग्रेस पार्टी और कम्युनिस्ट दलों की चुनावी प्राथमिकताएं काफी अलग होंगी। वो खुद जीतने के बजाय अन्य दलों की जीत हार को तय करने के लिए होगी।

पश्चिम बंगाल में अगले विधानसभा चुनाव में दिल्ली में आम आदमी पार्टी की तरह ही कांग्रेस पार्टी का ममता बनर्जी के तृणमूल कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन की कोई संभावना नहीं है। ममता बनर्जी यह नहीं चाहती कि कांग्रेस पार्टी या कम्युनिस्ट पार्टियां उनके राज्य में मजबूत हो, क्योंकि ये दल उनके मुस्लिम मतदाता वर्ग को अपने पाले में करने का प्रयास कर सकती है। कांग्रेस पार्टी को राज्य में समूल नाश करना ममता बनर्जी का पहला प्रयास है। इसी कारण सागरदिघी विधानसभा सीट से उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी से जीते बायरन बिस्वास को ममता बनर्जी ने बिना देरी किये अपने पार्टी में शामिल करवा लिया और कांग्रेस पार्टी को विधानसभा में फिर से शून्य पर पहुंचा दिया।

कांग्रेस पार्टी मुर्शिदाबाद जिले के सागरदिघी विधानसभा सीट से उपचुनाव जीतकर पश्चिम बंगाल विधानसभा में अपना खाता अवश्य खोलने में कामयाब रही थी। मगर कांग्रेस के विधायक बायरन बिस्वास को अपने पार्टी में शामिल करवाकर ममता बनर्जी कांग्रेस पार्टी को शून्य पर लाकर खड़ा कर दिया। कांग्रेस पार्टी इस अवसाद से नहीं निकल पा रही है। अगर बायरन बिस्वास में होते तो सिर्फ चार राज्य ऐसे होते, जहाँ कांग्रेस पार्टी के एक भी विधायक नहीं हैं। पश्चिम बंगाल उन पांच राज्यों में सबसे बड़ा राज्य है, जहाँ कांग्रेस पार्टी का एक भी विधायक नहीं है। कांग्रेस पार्टी का एक बड़ा लक्ष्य पश्चिम बंगाल के विधानसभा में अपना खाता खोलकर ऐसे राज्यों की संख्या को कम करना है, जहाँ कांग्रेस पार्टी का एक भी विधायक नहीं है।

अतएव कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी का पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में पहला निशाना ममता बनर्जी ही होगी। जैसे दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने आम आदमी पार्टी से दूरी बनाया वैसे ही पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी  ममता बनर्जी से दूरी बनाकर राजनीति करेगी। कांग्रेस पार्टी के लिए पश्चिम बंगाल एक दुःस्वप्न की तरह हैं। 2016 के विधानसभा चुनाव में 44 सीट जीतकर मुख्य विपक्षी दल बनाने वाली कांग्रेस पार्टी 2021 के विधानसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत सकी थी।

कांग्रेस पार्टी का एक प्रयास होगा कि ममता बनर्जी के राजनीतिक कद को छोटा किया जाए। ममता बनर्जी का भाजपा विरोधी इंडि गठबंधन खेमे में कद दिन प्रति दिन बढ़ता ही जा रहा है। अरविन्द केजरीवाल के दिल्ली विधानसभा चुनाव में हारने के बाद अब ममता बनर्जी एकमात्र इंडि गठबंधन की अघोषित नेत्री बन गई हैं। अब इंडि गठबंधन के दल जैसे आप, राजद सहित कई अन्य दल गठबंधन का नेतृत्व ममता बनर्जी को सौंपने की मांग खुले या दबी जुबान से करने लगे हैं।

साथ ही ममता बनर्जी ने कांग्रेस पार्टी के जले पर नमक तब छिड़क कर जख्म तो ताजा कर दिया, जब उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपना स्पष्ट समर्थन आप को किया। हालांकि, कांग्रेस पार्टी आप के दिल्ली में हार के कारण इस तथ्य से अवश्य खुश है कि इन दलों के समर्थन के बावजूद भी आप चुनाव हार गई है।

इसे भी पढ़ें: बिगड़ैल छात्र राजनीति पर अंकुश लगाने का समय

पश्चिम बंगाल में कांग्रेस की हालत दयनीय

कांग्रेस पार्टी की पश्चिम बंगाल में स्थिति काफी दयनीय है। 2021 के विधानसभा चुनाव में संयुक्त मोर्चा के तहत कम्युनिस्ट दलों के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ते हुए 92 सीटों पर चुनाव लड़कर 79 सीटों पर अपनी जमानत जब्त करवा लिया था। जहाँ 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने दो लोकसभा की सीट जीतने के साथ 14 विधानसभा की सीटों पर बढ़त बनाया था, वहीं  2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी सिर्फ एक ही सीट जीत सकी और महज 10 विधानसभा की सीटों पर बढ़त बनाने में कामयाब रही थी।

2024 के लोकसभा चुनाव में एक मुद्दे पर ममता बनर्जी और गांधी परिवार एकमत अवश्य थे। दोनों परिवारों के निशाने पर अधीर रंजन चौधरी थे। गाँधी परिवार राहुल गाँधी को बड़ी भूमिका देने के लिए अधीर रंजन चौधरी को चुनाव हरवाना चाहता था। वहीं ममता बनर्जी अपने पुराने राजनितिक प्रतिद्वंदिता के कारण अधीर रंजन चौधरी को हराना चाहती थीं। इसी कारण ममता बनर्जी ने गुजरात से क्रिकेटर युसूफ पठान को अधीर रंजन चौधरी के खिलाफ बहरामपुर से चुनाव लड़वाकर अपना यह लक्ष्य पूरा किया। अगर अधीर रंजन चौधरी लोकसभा का चुनाव जीत जाते तो उन्हें विपक्ष के नेता की कुर्सी सौंपने की नैतिक जिम्मेदारी कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार की होती।

राहुल गांधी इस लक्ष्य के साथ भी पश्चिम बंगाल में उतरेंगे की अगर ममता बनर्जी को चुनाव हरवा दिया जाता हैं तो वो भाजपा विरोधी खेमे में सबसे प्रमुख चेहरा होंगे और इंडि गठबंधन की कमान ममता बनर्जी को सौंपने की मांग अन्य दल करना बंद कर देंगे।

Topics: कांग्रेसआम आदमी पार्टीAam Aadmi Partyममता बनर्जीभाजपाBJPMamta BanerjeeCongressपश्चिम बंगाल चुनावपश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावWest Bengal electionsWest Bengal Assembly elections
Share24TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

मिशनरियों-नक्सलियों के बीच हमेशा रहा मौन तालमेल, लालच देकर कन्वर्जन 30 सालों से देख रहा हूं: पूर्व कांग्रेसी नेता

क्यों कांग्रेस के लिए प्राथमिकता में नहीं है कन्वर्जन मुद्दा? इंदिरा गांधी सरकार में मंत्री रहे अरविंद नेताम ने बताया

VIDEO: कांग्रेस के निशाने पर क्यों हैं दूरदर्शन के ये 2 पत्रकार, उनसे ही सुनिये सच

इंदिरा गांधी ने आपातकाल में की थी क्रूरता, संजय गांधी ने जबरन कराई थी नसबंदी: शशि थरूर

कांग्रेस

भारतीय राजनीति में कांग्रेसी रीति-नीति की छाया और बदलाव की चुनौतियां

Bihar election-2025

बिहार विधानसभा चुनाव 2025: लालू यादव का कांग्रेस से मोहभंग, AIMIM के साथ नया गठबंधन?

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

नूंह में शोभायात्रा पर किया गया था पथराव (फाइल फोटो)

नूंह: ब्रज मंडल यात्रा से पहले इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद, 24 घंटे के लिए लगी पाबंदी

गजवा-ए-हिंद की सोच भर है ‘छांगुर’! : जलालुद्दीन से अनवर तक भरे पड़े हैं कन्वर्जन एजेंट

18 खातों में 68 करोड़ : छांगुर के खातों में भर-भर कर पैसा, ED को मिले बाहरी फंडिंग के सुराग

बालासोर कॉलेज की छात्रा ने यौन उत्पीड़न से तंग आकर खुद को लगाई आग: राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान

इंटरनेट के बिना PF बैलेंस कैसे देखें

EPF नियमों में बड़ा बदलाव: घर खरीदना, इलाज या शादी अब PF से पैसा निकालना हुआ आसान

Indian army drone strike in myanmar

म्यांमार में ULFA-I और NSCN-K के ठिकानों पर भारतीय सेना का बड़ा ड्रोन ऑपरेशन

PM Kisan Yojana

PM Kisan Yojana: इस दिन आपके खाते में आएगी 20वीं किस्त

FBI Anti Khalistan operation

कैलिफोर्निया में खालिस्तानी नेटवर्क पर FBI की कार्रवाई, NIA का वांछित आतंकी पकड़ा गया

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies