स्पेन में पिछले 5 वर्षों में 71.4% नौकरियां गईं बाहरी लोगों को?
July 14, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

स्पेन में पिछले 5 वर्षों में 71.4% नौकरियां गईं बाहरी लोगों को? लोगों में भड़का असंतोष

फाउंडेशन फॉर अप्लाइड इकनॉमिक्स स्टडीस द्वारा कराए गए एक अध्ययन के अनुसार वर्ष 2019 से 2024 के बीच जितनी भी नौकरियां पैदा हुईं उनमें से 71.4% नौकरियां बाहरी लोगों के हाथों में गई हैं।

by सोनाली मिश्रा
Mar 25, 2025, 11:11 am IST
in विश्व, विश्लेषण
Spain Job

प्रतीकात्मक तस्वीर

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

शरणार्थियों को लेकर यूरोप में आए दिन असंतोष के मामले सामने आ रहे हैं। अब एक और मामला सामने आया है और यह मामला स्पेन से आया है। स्पेन से नौकरी के संबंध में आँकड़े आए हैं। इन आंकड़ों में एक बहुत ही चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है और इसे लेकर अब स्पेन के स्थानीय नागरिकों में असंतोष पसरा हुआ है।

मीडिया में आई रिपोर्ट्स के अनुसार फाउंडेशन फॉर अप्लाइड इकनॉमिक्स स्टडीज द्वारा कराए गए एक अध्ययन के अनुसार वर्ष 2019 से 2024 के बीच जितनी भी नौकरियां पैदा हुईं उनमें से 71.4% नौकरियां बाहरी लोगों के हाथों में गई हैं।

ईआई डिबेट के साथ एक साक्षात्कार में इंडिटेक्स और बैंको सेंटेंडर में मानव संसाधन के पूर्व निदेशक जेसुएस वेगा ने कहा कि वे लोग वेटरों और राजमिस्त्रियों का आयात कर रहे हैं, जबकि डॉक्टरों और इंजीनियरों का निर्यात कर रहे हैं, जो एक बहुत दुखद घटना है क्योंकि वे लोग डॉक्टर्स और इंजीनियर्स पर बहुत पैसा खर्च करते हैं और वे लोग ऐसी प्रतिभाएं हैं, जिन पर देश का विकास निर्भर करता है!

infowars के अनुसार उन्होनें यह तर्क दिया कि स्पेन की जो श्रम नीतियाँ हैं, वे उन वेतनों को दूर कर रही हैं, जो वास्तव में देश के विकास में योगदान करते हैं।

"We're importing the skill-less third world and exporting the highly skilled 1st world".

71.4% of all new jobs in 5 years went to foreigners in Spain. 7 out of 10 openings snatched from the hands of actual Spaniards. pic.twitter.com/9CLCStWWok

— Dane (@UltraDane) March 22, 2025

यह भी पता चला है कि युवा कामकाजी लोगों की संख्या में कमी आ रही है और लगभग 50 वर्ष की उम्र वाले लोगों के लिए नौकरियां बढ़ रही हैं। युवा लोगों के हाथों से नौकरियां जा रही हैं, उनकी नौकरियों में कमी हो रही है। इसके साथ ही जो लोग बाहर से आ रहे हैं, वे छोटे-मोटे काम करते हैं, जिनके लिए ज्यादा पढ़ाई की जरूरत नहीं होती है। क्योंकि जो अधिकांश लोग बाहर से शरणार्थी आदि के रूप में आए हैं, उनकी शैक्षणिक योग्यताऐं स्पेन के नागरिकों की तुलना में कम होती है।

विशेषज्ञों का यह कहना है कि स्थानीय नागरिकों की तुलना में बाहरी लोगों को जो ज्यादा काम मिल रहा है तो युवा और अधिक उम्र के श्रमिक उस कार्य क्षेत्र से बाहर निकल रहे हैं। और इनमें से कुछ युवा तो स्पेन से पूरी ही तरह से बाहर चले गए हैं। राष्ट्रीय सांख्यिकी एवं जनगणना संस्थान (आईएनई) के प्रवासन बहिर्वाह डेटा से पता चलता है कि 2022 की पहली छमाही में 220,443 लोगों ने देश छोड़ दिया, जो 2013 के बाद से सबसे अधिक आंकड़ा है।

यह ट्रेंड लगभग हर यूरोपीय देश में है, जहां पर शरणार्थियों ने शरण ली हुई है। ऐसा माना जाता है कि ये लोग बहुत कम पैसों में काम करने के लिए तैयार हो जाते हैं और विदेशियों के आने से घर की कीमतों में बहुत वृद्धि होती है और स्थानीय युवाओं के लिए घर खरीदना कठिन होता जाता है।

इस रिपोर्ट को लेकर सोशल मीडिया पर एक बार फिर से बाहरी और स्थानीय जैसे मामलों पर बहस शुरू हो गई है।

Topics: Foundation for Applied Economics Studiesemploymentjobseuropespainयूरोपrefugeesशरणार्थीस्पेननौकरियांफाउंडेशन फॉर अप्लाइड इकनॉमिक्स स्टडीजरोजगार
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

ईरान से निकाले गए अफगान शरणा​र्थी   (फाइल चित्र)

‘मुस्लिम ब्रदरहुड’ के परखच्चे उड़ा रहे Iran-Pakistan, अफगानियों को देश छोड़ने का फरमान, परेशानी में ​Taliban

Elon Musk Criticises trump

मस्क ने ट्रंप के टैक्स बिल को बताया खतरनाक, चेतावनी- ‘लाखों नौकरियां खतरे में’

भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर

Europe की धरती से विदेश मंत्री Jaishankar ने भरी हुंकार-‘Pakistan जान ले, फिर हमला हुआ तो मुंहतोड़ जवाब देंगे’

सुप्रीम कोर्ट

‘भारत कोई धर्मशाला नहीं’ सुप्रीम कोर्ट का फैसला और केंद्र की गाइड लाइन

उत्तराखंड बना वेडिंग हब! : जहां हुआ शिव-पार्वती विवाह वहां पर संपन्न हुए 500+ विवाह, कई विदेशी जोड़ों पसंदीदा डेस्टिनेशन

कभी शरणार्थियों से परेशान रहा, कभी चलती थी गोलियां और अब मिट चुके ऐसे ‘इलाके’! डेनमार्क ने आखिर कैसे किया यह सब ?

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

बेटे को कन्वर्जन गैंग का मुखिया बनाना चाहता था छांगुर

सावन के पवित्र महीने में करें इन 6 प्राचीन शिव मंदिरों के दर्शन

शार्प शूटर शाहरुख पठान

मुजफ्फरनगर: मुठभेड़ में ढेर हुआ कुख्यात शार्प शूटर शाहरुख पठान, हत्या और रंगदारी समेत दर्ज थे दर्जनों केस

चतुर्थ सरसंघचालक श्री रज्जू भैया

रज्जू भैया ने मुख्यमंत्री से कहा, ‘दुगुनी गति से जीवन जी रहा हूं’

क्या है ब्लू आधार कार्ड? जानिए इसे बनवाने की पूरी प्रक्रिया

छांगुर का काला सच: हिंदू लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाने और कन्वर्जन के लिए तैयार की थी 1000 मुस्लिम युवकों की फौज

कराची आर्ट्स काउंसिल जैसे प्रतिष्ठित मंच पर रामायण का मंचन होना एक साहसिक और सकारात्मक कदम है

कराची की रामलीला, राम बने अश्मल तो वक्कास अख्तर बने लक्ष्मण, आमिर बने दशरथ तो जिबरान ने निभाई हनुमान की भूमिका

रील की सनक: वायरल होने की होड़ में जान से खेलते बच्चे और बड़े

Exclusive Video Interview: कन्वर्जन देश के लिए सबसे बड़ा खतरा, रोकने में संघ कर सकता है मदद

शुभांशु शुक्ला

अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला का भावुक संदेश: भारत आज भी ‘सारे जहां से अच्छा’ दिखता है

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies