सपा का तुष्टिकरण : राणा सांगा को गद्दार कह खानवा को भूले रामजी सुमन
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

सपा सांसद का शर्मनाक बयान : तुष्टिकरण के लिए राणा सांगा को कहा-गद्दार, कैसे भूल गए खानवा में उनका बलिदान.?

सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने राणा सांगा पर शर्मनाक बयान देकर ना केवल अपने अधूरे ज्ञान बल्कि अपनी पार्टी की तुष्टिकरण नीति का भी परिचय दिया है। जानिए एक आंख, एक हाथ और एक पैर खोकर भी युद्ध लड़ने वाले शूरवीर की कहानी

by SHIVAM DIXIT
Mar 22, 2025, 10:54 pm IST
in भारत, दिल्ली
सपा सांसद रामजी लाल सुमन (फाइल फोटो)

सपा सांसद रामजी लाल सुमन (फाइल फोटो)

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

नई दिल्ली । समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामजी लाल सुमन ने राज्यसभा में एक ऐसा बयान दे डाला, जिसने इतिहास के महान योद्धा राणा सांगा के बलिदान और शौर्य को अपमानित कर दिया। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “अगर मुसलमान बाबर की औलाद हैं, तो तुम लोग गद्दार राणा सांगा की औलाद हो।” यह बयान न सिर्फ ऐतिहासिक तथ्यों की गलत व्याख्या करता है, बल्कि उस वीर राजपूत शासक की गौरवशाली गाथा को भी कलंकित करता है, जिसने विदेशी आक्रांताओं के खिलाफ अपनी आखिरी सांस तक लड़ाई लड़ी। इस बयान से सदन में हंगामा मच गया और भाजपा ने सपा पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कड़ा जवाब दिया।

क्या हुआ सदन में?

राज्यसभा में उपसभापति हरिवंश को संबोधित करते हुए सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने कहा, “भाजपा का तकियाकलाम है कि मुसलमानों में बाबर का डीएनए है। लेकिन हिंदुस्तान का मुसलमान बाबर को आदर्श नहीं मानता, वह मोहम्मद साहब और सूफी संतों को मानता है। बाबर को भारत कौन लाया? राणा सांगा ने इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को बुलाया था। अगर मुसलमान बाबर की औलाद हैं, तो तुम गद्दार राणा सांगा की औलाद हो। हम बाबर की आलोचना करते हैं, लेकिन राणा सांगा की क्यों नहीं?”

“राणा सांगा गद्दार थे”

: सपा सांसद रामजी लाल सुमन

राणा सांगा को ‘गद्दार’ बोलने की हिम्मत..😡

80 घाव सहकर इस्लामिक आक्रांताओं से लड़ने वाले, महाराणा प्रताप के दादा को गद्दार कह रहे हैं ये मुगलपरस्त

क्या यही है समाजवादी पार्टी की सोच..? pic.twitter.com/7B0Gk1xF8U

— Shivam Dixit (@ShivamdixitInd) March 22, 2025


इस बयान से सदन में शोर मच गया। उपसभापति हरिवंश ने नाराजगी जताते हुए संसदीय मर्यादा का पालन करने की हिदायत दी, लेकिन सुमन के शब्दों ने पहले ही आग लगा दी थी।

बाबर को भारत में किसने बुलाया, जानिये

बाबर को भारत में दौलत खान लोदी ने बुलाया था। दौलत खान लोदी उस समय पंजाब का सूबेदार था और उसने इब्राहिम लोदी, जो दिल्ली सल्तनत का सुल्तान था, के खिलाफ विद्रोह कर दिया था। इब्राहिम लोदी की बढ़ती ताकत और अपने प्रभाव को कम होते देख दौलत खान ने बाबर से मदद मांगी। बाबर उस समय काबुल का शासक था और उसने इस अवसर का फायदा उठाया। बाबर ने 1526 में भारत पर आक्रमण किया, जिसके परिणामस्वरूप पानीपत की पहली लड़ाई हुई। इस लड़ाई में उसने इब्राहिम लोदी को हराकर मुगल साम्राज्य की नींव रखी।

राणा सांगा के बलिदान और शौर्य की अमर गाथा

राणा सांगा, जिनका पूरा नाम महाराणा संग्राम सिंह था, मेवाड़ के सिसोदिया वंश के एक महान शासक थे, जिन्होंने 1508 से 1528 तक शासन किया। वे न केवल राजपूतों के एकीकरण के प्रतीक थे, बल्कि विदेशी आक्रांताओं और सुल्तानों के खिलाफ उनके संघर्ष ने उन्हें इतिहास में अमर कर दिया।

राणा सांगा ने अपने जीवन में 18 बड़े युद्ध लड़े और अपने शरीर पर 80 से अधिक घाव खाए, फिर भी कभी हार नहीं मानी। उनकी वीरता का सबसे बड़ा प्रमाण बाबर के साथ 1527 में हुआ खानवा का युद्ध है।

राणा सांगा का संघर्ष सिर्फ बाबर तक सीमित नहीं था। उन्होंने दिल्ली सल्तनत के सिकंदर खान लोदी, गुजरात के सुल्तान महमूद बेगड़ा और मालवा के सुल्तान महमूद खिलजी जैसे शक्तिशाली आक्रान्ताओं को भी हराया था। एक आंख, एक हाथ और एक पैर खोने के बावजूद वे युद्धभूमि में डटे रहे, जो उनके अदम्य साहस को दर्शाता है।

समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा यह कहना कि वे “गद्दार” थे, न केवल उनके बलिदान का अपमान है, बल्कि उस ऐतिहासिक सत्य को भी तोड़ता-मरोड़ता है, जिसमें उन्होंने भारत की अस्मिता की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया।

भाजपा का पलटवार और राजनीतिक हंगामा

समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन के इस आपत्तिजनक बयान के बाद भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी। भाजपा नेता संजीव बालियान ने कहा- “रामजी लाल सुमन ने संसद में महान वीर राणा सांगा को गद्दार कहकर राजपूत और हिंदू समाज का घोर अपमान किया है। सपा को इसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।”

मनोज तिवारी ने इसे औरंगजेब को महिमामंडन करने की कोशिश से जोड़ा और कहा- “हमने कभी नहीं कहा कि मुसलमान बाबर के वंशज हैं। औरंगजेब देश का शत्रु था, लेकिन सपा तुष्टिकरण के लिए हमारे नायकों को बदनाम कर रही है।”

वहीं यूपी भाजपा ने सोशल मीडिया पर लिखा- “सपा के नेता अपने संस्कारों के अनुरूप तुष्टिकरण की सियासत में इस कदर डूब चुके हैं कि वो विदेशी आक्रांताओं का महिमामंडन करने के लिए भारतीय महापुरुषों को अपमानित करने में जरा सा भी परहेज नहीं करते। ससंद में सपा सांसद रामजी लाल सुमन की टिप्पणी बेहद शर्मनाक है, उन्हें अपने इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।”

तुष्टिकरण के चक्कर में शूरवीरों का अपमान क्यों.?

राणा सांगा को गद्दार कहना न सिर्फ ऐतिहासिक अज्ञानता है, बल्कि उन लाखों लोगों की भावनाओं पर चोट है, जो उन्हें एक प्रेरणा मानते हैं। उनका जीवन बलिदान, शौर्य और स्वाभिमान की मिसाल है। सपा के सांसद रामजी लाल सुमन का यह बयान तुष्टिकरण की राजनीति का हिस्सा हो सकता है, लेकिन यह देश के गौरवशाली इतिहास को तोड़ने-मरोड़ने की कोशिश है। बाबर एक आक्रांता था, लेकिन राणा सांगा ने उसका मुकाबला किया, न कि उसका साथ दिया। ऐसे में सपा को अपने इस बयान पर माफी मांगनी चाहिए और इतिहास के साथ छेड़छाड़ बंद करनी चाहिए।

SHIVAM DIXIT

शिवम् दीक्षित एक अनुभवी भारतीय पत्रकार, मीडिया एवं सोशल मीडिया विशेषज्ञ, राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार विजेता, और डिजिटल रणनीतिकार हैं, जिन्होंने 2015 में पत्रकारिता की शुरुआत मनसुख टाइम्स (साप्ताहिक समाचार पत्र) से की। इसके बाद वे संचार टाइम्स, समाचार प्लस, दैनिक निवाण टाइम्स, और दैनिक हिंट में विभिन्न भूमिकाओं में कार्य किया, जिसमें रिपोर्टिंग, डिजिटल संपादन और सोशल मीडिया प्रबंधन शामिल हैं।

उन्होंने न्यूज़ नेटवर्क ऑफ इंडिया (NNI) में रिपोर्टर कोऑर्डिनेटर के रूप में काम किया, जहां इंडियाज़ पेपर परियोजना का नेतृत्व करते हुए 500 वेबसाइटों का प्रबंधन किया और इस परियोजना को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में स्थान दिलाया।

वर्तमान में, शिवम् राष्ट्रीय साप्ताहिक पत्रिका पाञ्चजन्य (1948 में स्थापित) में उपसंपादक के रूप में कार्यरत हैं।

शिवम् की पत्रकारिता में राष्ट्रीयता, सामाजिक मुद्दों और तथ्यपरक रिपोर्टिंग पर जोर रहा है। उनकी कई रिपोर्ट्स, जैसे नूंह (मेवात) हिंसा, हल्द्वानी वनभूलपुरा हिंसा, जम्मू-कश्मीर पर "बदलता कश्मीर", "नए भारत का नया कश्मीर", "370 के बाद कश्मीर", "टेररिज्म से टूरिज्म", और अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले के बदलाव जैसे "कितनी बदली अयोध्या", "अयोध्या का विकास", और "अयोध्या का अर्थ चक्र", कई राष्ट्रीय मंचों पर सराही गई हैं।

उनकी उपलब्धियों में देवऋषि नारद पत्रकार सम्मान (2023) शामिल है, जिसे उन्होंने जहांगीरपुरी हिंसा के मुख्य आरोपी अंसार खान की साजिश को उजागर करने के लिए प्राप्त किया।

शिवम् की लेखन शैली प्रभावशाली और पाठकों को सोचने पर मजबूर करने वाली है, और वे डिजिटल, प्रिंट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय रहे हैं। उनकी यात्रा भड़ास4मीडिया, लाइव हिन्दुस्तान, एनडीटीवी, और सामाचार4मीडिया जैसे मंचों पर चर्चा का विषय रही है, जो उनकी पत्रकारिता और डिजिटल रणनीति के प्रति समर्पण को दर्शाता है।

  • SHIVAM DIXIT
    https://panchjanya.com/author/shivam-dixit/
    Jul 12, 2025, 05:43 pm IST
    यूनेस्को में हिन्दुत्त्व की धमक : छत्रपति शिवाजी महाराज के किले अब विश्व धरोहर स्थल घोषित
  • SHIVAM DIXIT
    https://panchjanya.com/author/shivam-dixit/
    Jul 11, 2025, 08:00 pm IST
    कन्वर्जन की जड़ें गहरी, साजिश बड़ी : ये है छांगुर जलालुद्दीन का काला सच, पाञ्चजन्य ने 2022 में ही कर दिया था खुलासा
  • SHIVAM DIXIT
    https://panchjanya.com/author/shivam-dixit/
    Jul 11, 2025, 05:53 pm IST
    सऊदी में छांगुर ने खेला कन्वर्जन का खेल, बनवा दिया गंदा वीडियो : खुलासा करने पर हिन्दू युवती को दी जा रहीं धमकियां
  • SHIVAM DIXIT
    https://panchjanya.com/author/shivam-dixit/
    Maulana Chhangur Hazrat Nizamuddin conversion
    Jul 11, 2025, 01:07 pm IST
    Maulana Chhangur BREAKING: नाबालिग युवती का हजरत निजामुद्दीन दरगाह में कराया कन्वर्जन, फरीदाबाद में FIR
Topics: Illegal infiltrationKhanwa Battleअवैध घुसपैठरामजी लाल सुमनराणा सांगाबाबर युद्धहिंदू समाजभाजपा प्रतिक्रियासमाजवादी पार्टीखानवा युद्धSamajwadi PartyRamji Lal Sumanhindu societyRana SangaAppeasementBabur Battleतुष्टिकरणBJP Reaction
Share1TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Uttarakhand van Gujjar

हिमाचल के रास्ते उत्तराखंड में घुसपैठ कर रहे मुस्लिम वन गुज्जर, मोरी में रुद्रसेना का प्रदर्शन

पश्चिम बंगाल में 22 रोहिंग्या गिरफ्तार : म्यांमार से बांग्लादेश के रास्ते की घुसपैठ, कई राज्यों में बनाया बसेरा

शिवाजी के दरबार में वरिष्ठ श्रीमंत, सलाहकार थे

हिन्दू साम्राज्य दिवस : हिंदवी स्वराज्य के स्वप्नदर्शी छत्रपति

रा.स्व.संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत

“सुरक्षा के मामले में हम किसी पर निर्भर ना हों…’’ : सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत

हल्दी घाटी के युद्ध में मात्र 20,000 सैनिकों के साथ महाराणा प्रताप ने अकबर के 85,000 सैनिकों को महज 4 घंटे में ही रण भूमि से खदेड़ दिया। उन्होंने अकबर को तीन युद्धों में पराजित किया

दिल्ली सल्तनत पाठ्यक्रम का हिस्सा क्यों?

ब्रिटेन में हलाल पर बैन की मांग तेज, सांसद रूपर्ट लो बोले– ‘क्रूरता के आगे कानून नहीं झुकेगा’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने ने बसाया उन्ही के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिलवुमन का झलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

Loose FASTag होगा ब्लैकलिस्ट : गाड़ी में चिपकाना पड़ेगा टैग, नहीं तो NHAI करेगा कार्रवाई

Marathi Language Dispute

‘मराठी मानुष’ के हित में नहीं है हिंदी विरोध की निकृष्ट राजनीति

यूनेस्को में हिन्दुत्त्व की धमक : छत्रपति शिवाजी महाराज के किले अब विश्व धरोहर स्थल घोषित

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies