लखनऊ के ताज होटल में बुधवार को पाञ्चजन्य और आर्गनाइजर के महाकुंभ मंथन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेबाकी से हर सवालों के जवाब दिए और खुलकर अपनी बात रखी। महाकुंभ का आयोजन दुनिया को भारत के सामर्थ्य और सनातन धर्म के वास्तविक स्वरूप को प्रस्तुत करने का और देश के अंदर यूपी के बारे में जो धारणा थी, उस धारणा को बदलने का एक माध्यम मानते हैं। हम इन दोनों में ही सफल रहे हैं। काशी, अयोध्या के बाद उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि अगली बारी श्री कृष्ण जन्मभूमि मथुरा की है।
साक्षात्कार के दौरान जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पूछा गया कि एक वर्ष में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर हो गया, अयोध्या में श्री राम का भव्य मंदिर बन गया, महाकुंभ का यशस्वी आयोजन भी हो गया। अब इसके आगे क्या? तो इसके जबाव में उन्होंने दो टूक कहा कि हमने मथुरा के लिए भी बजट तय कर रखा है। पैसा दे दिया है हमारा कार्य आगे बढ़ने वाला है। क्योंकि जब अवसर मिले तो चूकना नहीं चाहिए।
संभल पर भी बोले मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल को लेकर बड़ी बात की। उन्होंने इस्लामवादियों के दावों को तर्कों के साथ खारिज करते हुए कहा कि संभल की एक सच्चाई है। उस सच्चाई को इस रूप में हम बोलना चाहेंगे कि संभल के बारे में उसके जो उद्धरण आते हैं, आज से 3500 वर्ष से लेकर 5000 वर्ष पहले तक जिन पुराणों की रचना हुई थी, उनमें भी संभल का उल्लेख मिलता है।
जिसमें कहा गया है कि भगवान विष्णु का दशवां अवतार भगवान कल्कि के रूप में होगा। इस्लाम का उदय हुए 1400 वर्ष हुए हैं। 1526 में संभल में भगवान विष्णु का मंदिर तोड़ा गया। इसके बाद 1528 में अयोध्या में राम मंदिर तोड़ा गया। दोनों ही जगहों पर ये कुकृत्य मीर बाकी ने किए थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संभल पर बात करते हुए कहते हैं कि संभल एक तीर्थस्थान है। यहां पर सभी तीर्थ थे। फिलहाल अभी तक हम केवल 18 निकाल पाए हैं। 19 कूप थे, जिन्हें अपने पता कर लिया है। 56 साल के बाद वहां भगवान शिव के मंदिर में जलाभिषेक हुआ। जाति के नाम पर बांटने का ठेका लिए लोग आखिर अब तक क्या कर रहे थे? इस पर मुख्यमंत्री से सवाल किया गया कि इसीलिए वे (मुसलमान) कहते हैं कि कागज नहीं दिखाएंगे? जबाव में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम लोग तो कागज दिखा रहे हैं, लेकिन उससे पहले पुराणों को तो पढ़ लें। उसके बाद ये मुझसे शास्त्रार्थ करने के लिए आएंगे तो अच्छा होगा।
विदेशी आक्रांताओं का महिमामंडन करने वाले अपने DNA की जांच कराएं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ समेत हर अच्छे कार्य का विरोध करने वाले विपक्षियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विश्व के कल्याण का मार्ग यहीं से प्रशस्त होकर गुजरेगा। हाल ही में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने बहुत ही महत्वपूर्ण बयान दिया था कि अगर मेरे डीएनए की जांच होगी तो मेरा भारतीय डीएनए होगा। भारत की बुराई करने वालों को अपने डीएनए की जांच करके बोलना चाहिए।
विदेशी आक्रांताओं का महिमामंडन करना बंद करें। अन्यथा संभल जैसा सच सामने आएगा तो कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं रहोगे। संभल के बारे में मैं एक बात कहूंगा, मैं एक योगी हूं और सभी मत, मजहब, पंथ और संप्रदाय का सम्मान करता हूं। मैं किसी से भेदभाव नहीं करता। लेकिन, जबरन किसी पर कब्जा करके उसकी आस्था को ठेस पहुंचाएं, ये स्वीकार्य नहीं है।
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