ब्रिटेन में वर्ष 2021 में कंजरवेटिव पार्टी के सांसद सर डेविड एमेस पर चाकू से हमला करके उनकी हत्या कर दी गई थी। सोमाली मूल के शरणार्थी अली हर्बी अली पर हत्या आरोप था। अली को वर्ष 2022 में दोषी पाया गया और उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। वह अभी जेल में है।
डेविड की हत्या का मामला अब फिर से ब्रिटेन में गरमा रहा है। उनकी बेटी केटी ने पिता की हत्या को लेकर सरकार की ओर से जांच की मांग की थी, जिसे सरकार ने अस्वीकार कर दिया। यह मामला एक बार फिर से चर्चा में इसलिए भी है क्योंकि फरवरी 2025 में अली हर्बी को लेकर एक ऐसी रिपोर्ट सामने आई थी, जिसने कई शंकाओं को जन्म दिया। यूके में Prevent नामक एक कार्यक्रम है। जिसका उद्देश्य है लोगों को आतंकवादी बनने से या फिर आतंकवाद का समर्थन करने से रोका जा सके। यह आतंकवाद के वैचारिक कारणों पर बात करता है। युवाओं और किशोरों को कट्टरपंथ के जबड़े से बाहर निकालने के लिए कदम उठाता है और जो लोग आतंक की दुनिया छोड़ चुके हैं, उनके साथ संवाद स्थापित करता है और उन्हें आतंकवाद छोड़ने के लिए प्रेरित करता है।
अली को आसानी से दी गई क्लीन चिट
सांसद सर डेविड एमेस की हत्या करने वाले अली हर्बी को लेकर Prevent की भूमिका ही संदिग्ध दिखाई दी। अली हर्बी को वर्ष 2022 में सांसद की हत्या का दोषी पाया गया था और उसकी उम्र उस समय 26 वर्ष की थी। एक वीडियो उसका सोशल मीडिया पर भी है, जो शायद पूछताछ के समय का है। उसमें आतंकी हमला ही बताया है। पुलिस ने भी इसे आतंकी घटना ही माना था। मगर जो अभी बात उठ रही है वह यह कि अली हर्बी को वर्ष 2014 में ही Prevent में उसके स्कूल ने भेजा था क्योंकि उसके बारे में यह चिंता थी कि उसकी रुचि हिंसक इस्लामवाद में हो सकती है। गार्डियन न्यूज के अनुसार उसका यह मामला वर्ष 2016 में बंद कर दिया गया था और उसे Channel में भेजने की सिफारिश की गई थी, जो चरमपंथ में लोगों की संलग्नता को रोकता है। स्काई न्यूज़ के अनुसार उसे बहुत ही आसानी से कुछ सवालों के जबाव के बाद ही क्लीन चिट दे दी गई थी। जैसे कि हराम क्या होता है।
अली के मामले में ऐसे हुआ खुलासा
फरवरी में Prevent लर्निंग रिव्यू प्रकाशित हुआ, जिसमें यह पाया गया कि अली के मामले को बंद करने में कुछ ज्यादा ही जल्दी कर दी गई क्योंकि वह कट्टरपंथ से दूर नहीं हुआ, बल्कि वह इस्लामिक स्टेट से प्रभावित हुआ और फिर उसने अक्टूबर 2021 में सांसद एमेस की हत्या कर दी। उसने उन्हें चाकुओं से 21 बार गोदा था। अली ने कहा था कि वह यह सब सीरिया के लिए कर रहा है। इसी रिव्यू रिपोर्ट को पढ़ने के बाद एमेस के परिवार ने कहा था कि एक सरकारी जांच की आवश्यकता है।
सांसद डेविड की पत्नी ने क्या कहा
एमेस की पत्नी ने इस रिपोर्ट के सार्वजनिक होने पर कहा था कि उन्हें इस बात का संतोष है कि Prevent की खामियां अब सामने आ रही हैं। उनकी बेटी केटी एमेस ने इस लड़ाई को आगे जारी रखने की बात की थी। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया था कि इस मामले में जांच होनी चाहिए। प्रश्न यह उठ रहे हैं कि आतंकवाद के जाल से बचने वाले Prevent और Channel कार्यक्रम से मुक्त होने के बाद भी कैसे कोई इंसान सीरिया जाकर इस्लामिक स्टेट के साथ जुडने की सोच सकता है, जब वहां न जा पाए तो स्थानीय सांसद पर आतंकी हमला कर दे।
ब्रिटेन की सरकार ने क्यों ठुकराई मांग
केटी की इस मांग को यह कहकर ब्रिटेन की सरकार ने ठुकरा दिया कि आगे और कोई जांच नहीं हो पाएगी। केटी ने इसे घाव पर नमक छिड़कने जैसा बताया है। उन्होंने एक प्रेस कान्फ्रेन्स में भावुक होते हुए प्रश्न उठाए कि जब सरकार साउथपोर्ट और नॉटिंघम में हुई चाकूबाजी की घटनाओं पर और जांच करवा सकती है तो मेरे पिता की हत्या पर क्यों नहीं? इस जांच को न करवाए जाने पर कुछ लोगों का यह भी कहना है कि इससे इनकार करके ब्रिटेन की सरकार ने यह संकेत दे दिया है कि जहां भी इस्लाम और शरणार्थी शामिल होंगे, वहां पर कवर अप ही होगा।
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