Paris Talks: Europe और NATO की 'एकजुटता' के बाद, अब गेंद Russia के पाले में, पुतिन के अगले कदम पर दुनिया की नजर
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

Paris Talks: Europe और NATO की ‘एकजुटता’ के बाद, अब गेंद Russia के पाले में, पुतिन के अगले कदम पर दुनिया की नजर

यूरोप और नाटो के देशों पर अब यूक्रेन के लिए संयुक्त सुरक्षा बल का खाका तैयार करने और उस पर सबकी सहमति लेने की बड़ी जिम्मेदारी

by Alok Goswami
Mar 12, 2025, 12:18 pm IST
in विश्व, विश्लेषण
यूरोपीय देशों के सैन्य अधिकारियों से भेंट करते राष्ट्रपति मैक्रों

यूरोपीय देशों के सैन्य अधिकारियों से भेंट करते राष्ट्रपति मैक्रों

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

पेरिस में यूक्रेन—रूस युद्ध के संदर्भ में 30 से अधिक देशों के नाटो और सैन्य नेतृत्व की बैठक हुई। यह बैठक फ्रांस और ब्रिटेन द्वारा पिछले कुछ दिनों से यूक्रेन की सुरक्षा को लेकर किए जा रहे प्रयासों का निष्कर्ष कही जा सकती है। बैठक में यूक्रेन की सुरक्षा का मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया। बैठक का मुख्य उद्देश्य यूक्रेन को सुरक्षा का आश्वासन प्रदान करना था। खासकर, रूस के साथ संभावित युद्धविराम समझौते के बाद। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इस बैठक की अध्यक्षता की, उन्होंने नाटो सैन्य कमान के साथ समन्वय करके इस महत्वपूर्ण प्रयास का अमली जाता पहनाया था।

बैठक में यूरोप और नाटो नेताओं सहित सैन्य प्रमुखों ने अपने अपने विचार रखते हुए यूक्रेन और युद्ध के लगभग तीन वर्ष से चले आ रहे युद्ध के विभिन्न आयामों पर चर्चा की। बैठक में ब्रिटेन और तुर्की भी शामिल थे। फ्रांस के रक्षा मंत्री सेबेस्टियन लेकोर्नू ने अपने वक्तव्य में कहा कि यह बैठक यूक्रेन की सेना के भविष्य को लेकर महत्वपूर्ण है और हम सब इस बात पर सहमत हैं कि संषर्षविराम की सूरत में यूक्रेन के किसी भी प्रकार के निरस्त्रीकरण को स्वीकार नहीं किया जाएगा।

पेरिस बैठक में यूरोपीय और नाटो देशों के सैन्य प्रमुखों ने यूक्रेन को सुरक्षा आश्वासन देने के लिए एक संयुक्त सुरक्षा बल के गठन पर भी चर्चा की

उपस्थित शीर्ष नेताओं और सैन्य अधिकारियों ने बैठक में यूक्रेन और अमेरिका के बीच हुए युद्धविराम समझौते पर भी चर्चा की। सऊदी अरब में अमेरिकी अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद, यूक्रेन ने 30 दिन के युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। इस समझौते के तहत, अमेरिका ने यूक्रेन को सैन्य सहायता और खुफिया जानकारी साझा करने पर लगे प्रतिबंध को हटाने का निर्णय लिया है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने अमेरिका के साथ हुए समझौते को सकारात्मक कदम बताया और कहा कि यह युद्धविराम प्रस्ताव मिसाइलों, ड्रोन और बमों को रोकने के साथ-साथ काला सागर और पूरे मोर्चे पर लागू होगा। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि अब गेंद रूस के पाले में है जिसे इस प्रस्ताव को स्वीकार करना होगा।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने अमेरिका के साथ हुए समझौते को सकारात्मक कदम बताया और कहा कि यह युद्धविराम प्रस्ताव मिसाइलों, ड्रोन और बमों को रोकने के साथ-साथ काला सागर और पूरे मोर्चे पर लागू होगा। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि अब गेंद रूस के पाले में है जिसे इस प्रस्ताव को स्वीकार करना होगा।

पेरिस बैठक में यूरोपीय और नाटो देशों के सैन्य प्रमुखों ने यूक्रेन को सुरक्षा आश्वासन देने के लिए एक संयुक्त सुरक्षा बल के गठन पर भी चर्चा की। फ्रांस के राष्ट्रपति के साथ ही ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने इस प्रयास का नेतृत्व किया और कहा कि यूरोपीय सैनिकों को शांति समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद ही यूक्रेन में तैनात किया जाएगा।

फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने यूरोप की रक्षा रणनीति को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि यूरोप को स्वतंत्र रूप से कार्य करने के लिए तैयार रहना चाहिए, खासकर जब बाहरी समर्थन के बारे में कुछ ठोस कह पाना मुश्किल दिख रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि फ्रांस अपने परमाणु प्रतिरोध के यूरोपीय साझेदारों तक विस्तार करने पर विचार करेगा।

जैसे पहले बताया, इस बैठक का मुख्य उद्देश्य यूक्रेन को सुरक्षा आश्वासन प्रदान करना तो था ​ही, साथ ही यह वर्तमान भूराजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए यूरोप की रक्षा को मजबूत करने पर चर्चा के लिए भी आयोजित की गई थी। यूरोप और नाटो के देशों पर अब यूक्रेन के लिए संयुक्त सुरक्षा बल का खाका तैयार करने और उस पर सबकी सहमति लेने की बड़ी जिम्मेदारी है। इस बैठक से निश्चित रूप से यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की आत्मविश्वास में कुछ मजबूती महसूस कर रहे हैं, विशेष रूप से गत दिनों व्हाइट हाउस के ओवल आफिस में राष्ट्रपति ट्रंप के साथ हुई अपनी तीखी नोकझोंक और अमेरिका की त्योरियां चढ़ने के बाद।

Topics: russiawarब्रिटेनceasefireयूक्रेनukraineparis talksbritainसंयुक्त सुरक्षा बलफ्रांसjoint security forceFranceamerica
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

ब्रिटेन में मुस्लिमों के लिए वेबसाइट, पुरुषों के लिए चार निकाह की वकालत, वर्जिन बीवी की मांग

UK Grooming Gang

ब्रिटेन में ग्रूमिंग गैंग्स: पीड़िताओं की आवाज दबाने के लिए विवादास्पद प्रदर्शन

Donald trump to meet Putin to end russia ukraine war

रूस-यूक्रेन युद्ध: अमेरिका ने रोकी सैन्य सहायता, रूस ने बढ़ाए हमले

अमेरिका में क्वाड के मंच पर विचार रखते भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर।

QUAD: क्या है क्वाड? क्या करता है? चीन को चिढ़ क्यों?

पाकिस्तान के एयर चीफ बाबर ने वॉशिंगटन में अमेरिकी वायुसेना प्रमुख जनरल डेविड ऑल्विन और अन्य सैन्य अधिकारियों से मुलाकात की

अमेरिका क्यों गया जिन्ना के देश का वायुसेना प्रमुख! मुनीर के बाद बाबर की ट्रंप प्रशासन से वार्ता के मायने क्या!

मंदिर प्रशासन के अनुसार, एक जुलाई को रात के समय मंदिर परिसर पर 20-30 गोलियां चलाई गईं

अमेरिका में हिन्दू विरोधी नफरती तत्वों ने इस्कॉन मंदिर को फिर बनाया निशाना, गोलियों से छलनी हुईं मंदिर की दीवारें

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

VIDEO: कन्वर्जन और लव-जिहाद का पर्दाफाश, प्यार की आड़ में कलमा क्यों?

क्या आप जानते हैं कि रामायण में एक और गीता छिपी है?

विरोधजीवी संगठनों का भ्रमजाल

Terrorism

नेपाल के रास्ते भारत में दहशत की साजिश, लश्कर-ए-तैयबा का प्लान बेनकाब

देखिये VIDEO: धराशायी हुआ वामपंथ का झूठ, ASI ने खोजी सरस्वती नदी; मिली 4500 साल पुरानी सभ्यता

VIDEO: कांग्रेस के निशाने पर क्यों हैं दूरदर्शन के ये 2 पत्रकार, उनसे ही सुनिये सच

Voter ID Card: जानें घर बैठे ऑनलाइन वोटर आईडी कार्ड बनवाने का प्रोसेस

प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और जनरल असीम मुनीर: पाकिस्तान एक बार फिर सत्ता संघर्ष के उस मोड़ पर खड़ा है, जहां लोकतंत्र और सैन्य तानाशाही के बीच संघर्ष निर्णायक हो सकता है

जिन्ना के देश में तेज हुई कुर्सी की मारामारी, क्या जनरल Munir शाहबाज सरकार का तख्तापलट करने वाले हैं!

सावन के महीने में भूलकर भी नहीं खाना चाहिए ये फूड्स

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ विश्व हिंदू परिषद का प्रतिनिधिमंडल

विश्व हिंदू परिषद ने कहा— कन्वर्जन के विरुद्ध बने कठोर कानून

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies