उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में अवैध धर्मांतरण को लेकर एक बड़ा मामला सामने आया है। पुलिस ने चार महिलाओं और एक दंपति के खिलाफ धर्मांतरण कानून के तहत मामला दर्ज किया है। यह घटना अमेठी के जगदीशपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की है, जहां स्थानीय निवासियों ने पुलिस को सूचना दी कि एक मकान की दूसरी मंजिल पर प्रार्थना सभा हो रही थी। ग्रामीणों का आरोप है कि इस सभा के दौरान ईसाई मिशनरी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा था और लोगों को धर्मांतरण के लिए लालच दिया जा रहा था।
सूचना मिलने के बाद मुसाफिरखाना के क्षेत्राधिकारी (सीओ) अतुल कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उक्त स्थान पर छापेमारी की। पुलिस ने मौके से कई पुरुषों और महिलाओं को हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ की। इसके साथ ही पुलिस ने धर्म परिवर्तन से संबंधित कई किताबें भी बरामद की हैं।
पुलिस के अनुसार, धर्मांतरण की इस गतिविधि का संचालन करने वाले दंपति किशोर और उनकी पत्नी रिंकी लखनऊ के निवासी हैं, जबकि उनकी मदद करने वाली चार महिलाएं स्थानीय हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है और मामले की गहन जांच की जा रही है।
पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गतिविधि के पीछे कोई बड़ा नेटवर्क तो नहीं है। मामले की जांच में पुलिस इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि कहीं और ऐसी गतिविधियाँ तो नहीं हो रही हैं। यह मामला उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण को लेकर बढ़ती चिंताओं और कड़ी कार्रवाई की ओर इशारा करता है।
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