क्रूर मुगल और सैकड़ों हिंदुओं की हत्या करने वाले औरंगजेब का महिमामंडन करने वाले अबू आजमी के पक्ष में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव उतरे हैं। अबू आजमी ने अपने बयान पर माफी मांगी थी और उन्हें विधानसभा से निलंबित भी किया गया है। लेकिन अब अखिलेश यादव ने अबू आजमी का नाम लिए बिना कार्रवाई को विचारधारा से प्रभावित बताया।
अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा कि निलंबन का आधार यदि विचारधारा से प्रभावित होने लगेगा तो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और परतंत्रता में क्या अंतर रह जाएगा। हमारे विधायक हों या सांसद उनकी बेख़ौफ़ दानिशमंदी बेमिसाल है। कुछ लोग अगर सोचते हैं कि ‘निलंबन’ से सच की ज़ुबान पर कोई लगाम लगा सकता है तो फिर ये उनकी नकारात्मक सोच का बचपना है।
अबू आजमी को यूपी भेजें
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अबू आजमी के बयान पर सपा को आड़े हाथों लेते हुए जमकर फटकार लगाई। योगी ने सपा से अपने विधायक को तत्काल पार्टी से निलंबित करने और उसे उत्तर प्रदेश भेजने की मांग की, साथ ही चेतावनी दी कि यूपी ऐसे लोगों का इलाज करने में देरी नहीं करता। मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा भारत की सांस्कृतिक विरासत पर गर्व नहीं करती और अपने मूल विचारक डॉ. राम मनोहर लोहिया के सिद्धांतों से भटक गई है। उन्होंने कहा कि डॉ. लोहिया ने भारत की एकता के तीन आधार बताए थे- श्रीराम, श्रीकृष्ण और भगवान शिव, लेकिन आज सपा औरंगजेब जैसे क्रूर शासक को अपना आदर्श मान रही है।
योगी ने औरंगजेब के इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि उसने अपने पिता शाहजहां को आगरा किले में कैद कर पानी की एक-एक बूंद के लिए तरसाया था। उन्होंने सपा नेताओं को पटना की लाइब्रेरी में शाहजहां की जीवनी पढ़ने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि शाहजहां ने औरंगजेब को कहा था कि तुम से अच्छा तो हिन्दू है जो जीते जी तो अपने बुजुर्ग मां-बाप की सेवा करता है और मृत्युपरांत वर्ष में एक बार श्राद्ध करते हुए मां-बाप को जल अर्पित करता है। सीएम ने कहा कि जिन लोगों का आचरण औरंगजेब जैसा है वो उस पर गर्व कर सकते हैं।
सपा हो जाएगी समाप्तवादी पार्टी
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा के नेताओं में औरंगजेब की आत्मा बस गई है! सपा अब ‘समाजवादी’ नहीं, समाप्त वादी पार्टी बनने की ओर स्वयं अग्रसर हो गई है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भारत के इतिहास का सबसे निकृष्ट और क्रूर शासक औरंगज़ेब की विचारधारा ही समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव की असली विचारधारा है। अबू आजमी ने क्रूरतम मुगल शासक औरंगजेब पर बयान देकर माफी मांग ली, लेकिन सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने आजमी के बयान का खुला समर्थन कर यह साबित कर दिया कि उनमें क्रूर मुग़ल शासकों की आत्मा समा गई है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अबू आजमी के विवादित बयान पर सपा की चुप्पी यही दिखाती है कि यह पार्टी तुष्टीकरण में इतनी अंधी हो गई है कि अपने विनाश की पटकथा खुद लिख रही है। वोट बैंक की राजनीति सपा को ‘समाप्त वादी पार्टी’ बना देगी!
टिप्पणियाँ