गत फरवरी तक गुवाहाटी में राष्ट्र सेविका समिति की अखिल भारतीय बैठक आयोजित हुई। इसमें 34 प्रांतों से 107 प्रतिनिधि उपस्थित रहीं। बैठक में अनेक विषयों पर चर्चा हुई। इसके समापन पर राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचालिका शांताक्का कुमारी ने कहा कि विश्व कल्याण की कामना रखने वाली हिंदू जीवन-शैली आचरण का विषय है।
इसलिए हम सभी को अपने जीवन में उसका अन्तर्भाव करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपने राष्ट्र को वैभवशाली बनाने के लिए पंच परिवर्तन के विषयों (स्वबोध, कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता, पर्यावरण और नागरिक कर्तव्य) को व्यक्तिगत जीवन में आचरण में लाते हुए समाज तक लेकर जाना होगा।
समिति की प्रमुख कार्यवाहिका सीताक्का ने संगठन की वर्तमान कार्य स्थिति, संपन्न किए गए विशेष कार्यक्रमों और आगे की योजना की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता-युक्त कार्य को बढ़ाना है। इस वर्ष संत नामदेव के 675वें स्मृति वर्ष, रानी दुर्गावती की 501वीं और सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती को मनाते हुए इन सभी के प्रेरणादायी जीवन चरित्र को लोगों के सामने रखना है तथा उनके विचारों का अपने जीवन में भी अंगीकार करना है।
बैठक में यह भी बताया गया कि देश के सभी 12 क्षेत्र और 38 प्रांतों में राष्ट्र सेविका समिति की 4,125 शाखाएं कार्यरत हैं। कुल 1,042 जिलों में से 834 जिलों में समिति का कार्य है। समिति की सेविकाओं द्वारा देशभर में 1,799 सेवा कार्य चलाए जा रहे हैं।
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