बिजनौर | उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के धामपुर इलाके में जबरन मतांतरण कर हिंदू युवक का निकाह कराने का मामला सामने आया है। पुलिस ने युवक के पिता की शिकायत पर केस दर्ज कर मौलवी और मुस्लिम युवती समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
कैसे खुला राज़..?
मामला शनिवार रात का है, जब धामपुर के आफताफ-ए-उलूम मदरसे में शादी हो रही थी। इस दौरान मौलवी ने दूल्हे से आधार कार्ड मांगा, लेकिन उसने देने से इनकार कर दिया। शक होने पर जब पूछताछ की गई, तब पता चला कि युवक हिंदू है। इसके बाद मौलवी मौके से भाग गया।
युवक के पिता पहुंचे हिंदू संगठनों के साथ थाने
रविवार सुबह युवक के पिता जसवंत सिंह हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं के साथ कीरतपुर थाने पहुंचे और केस दर्ज कराया। जसवंत सिंह का आरोप है कि उनके बेटे मुकुल सिंह को शायमा और उसके माता-पिता ने शादी से पहले जबरन कन्वर्जन के लिए मजबूर किया और उसका नाम बदलकर माहिर अंसारी रखा।
5 लोग गिरफ्तार, युवक को छोड़ा
कीरतपुर थाने के एसएचओ राकेश कुमार के मुताबिक, धर्मांतरण विरोधी कानून की धारा 3 के तहत एफआईआर दर्ज कर मौलवियों कारी इरशाद और गुफरान, लड़की के माता-पिता मोहम्मद शाहिद और रुखसाना बेगम, और युवती शायमा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पूछताछ के बाद मुकुल सिंह को छोड़ दिया गया।
कैसे हुई शादी तक की नौबत..?
बिजनौर ईस्ट के एसपी धरम सिंह मार्शल के मुताबिक, मुकुल सिंह एक मेडिकल स्टोर पर काम करता था और वहीं उसकी मुलाकात शायमा से हुई। दोनों में प्यार हुआ और मुकुल ने अपने माता-पिता से शादी की इच्छा जताई। शायमा के माता-पिता पहले तैयार नहीं थे, लेकिन उन्होंने शर्त रखी कि अगर मुकुल इस्लाम अपनाएगा, तभी शादी होगी।
मुकुल ने इस्लाम अपनाने पर सहमति दे दी और उसका नाम बदलकर माहिर अंसारी रखा गया। शनिवार को धामपुर के मदरसे में निकाह कराया गया, लेकिन ऐन मौके पर मामला उजागर हो गया और पुलिस ने कार्रवाई कर दी।
यूपी में ऐसे मामलों पर सख्ती
बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार पहले ही लव जिहाद और जबरन कन्वर्जन के खिलाफ कड़े कानून बना चुकी है। जिसके चलते ऐसे मामलों के संज्ञान में आते ही पुलिस तुरंत एक्शन ले रही है।
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