पाकिस्तान में गैर-मुसलमानों, खासकर हिंदुओं का जबरन कन्वर्जन (धर्म परिवर्तन) एक आम बात बन गई है। इस साल 2025 की शुरुआत में ही 25 लोगों का जबरन मतांतरण कराया जा चुका है, जिसमें एक चीनी नागरिक भी शामिल है। इन कन्वर्जन मामलों के पीछे हमेशा की तरह कुख्यात मौलवी मियां मिट्ठू का नाम सामने आ रहा है।
चीनी लड़की जेसिका का जबरन मतांतरण, बना दिया सायरा खातून
25 वर्षीय डॉ. मिस जेसिका, जो चीन की रहने वाली थीं, उसे पाकिस्तान में जबरन इस्लाम धर्म कबूल करवाया गया। जेसिका को दहारकी स्थित भरचुंडी शरीफ दरगाह ले जाया गया, जहां मौलवी मियां मिट्ठू ने जबरन कलमा पढ़वाकर इस्लाम कबूल करवा दिया और कन्वर्जन के बाद जेसिका का नाम सायरा खातून रख दिया गया।
बता दें कि मियां मिट्ठू द्वारा जेसिका को “25 नंबर” का सर्टिफिकेट दिया गया, जो दर्शाता है कि इस साल अब तक 25 गैर-मुसलमानों का जबरन मतांतरण कराया जा चुका है। इन 25 पीड़ितों में अधिकांश हिंदू समुदाय से आते हैं।
वहीं अगर पाकिस्तानी मानवाधिकार कार्यकर्ता महेश वासु की माने तो उनके अनुसार, 31 जनवरी 2025 को जेसिका का मतांतरण किया गया था।
पाकिस्तान में मतांतरण का गढ़ बना मियां मिट्ठू का नेटवर्क
जानकारी के अनुसार पाकिस्तान में गैर-मुसलमानों के जबरन कन्वर्जन का सबसे बड़ा गढ़ मौलवी मियां मिट्ठू का नेटवर्क है। इसी नेटवर्क ने 19 दिसंबर 2024 को सिंध के कशमोर से आशा नाम की हिंदू लड़की का जबरन मतांतरण कराया था।
वहीं अगर मियां मिट्ठू का रिकॉर्ड देखा जाए तो वह पाकिस्तान में ” जबरन इस्लाम कबूलवाने की फैक्ट्री” चलाने के लिए बदनाम है। 2019-2023 के दौरान लगभग 1,774 हिंदुओं का जबरन कन्वर्जन कराया गया। वहीं सितंबर 2017 तक, कथित बाबा साई द्वारा 18,000 से अधिक हिंदुओं का कन्वर्जन किया गया था (सोर्स – पाकिस्तानी न्यूज चैनल ‘न्यूज 92’ का दावा)।
किस तरह काम करता है मियां मिट्ठू का गिरोह..?
हिंदू लड़कियों को अगवा कर जबरन इस्लाम कबूल कराया जाता है। शादी के नाम पर नाबालिग हिंदू लड़कियों का मतांतरण कर मुस्लिम पुरुषों से निकाह कराया जाता है। इसके अलावा मतांतरण के बाद मियां मिट्ठू का गिरोह द्वारा पीड़ितों को धमकाया जाता है ताकि वे परिवार से संपर्क न कर सकें।
पाकिस्तान के सबसे खतरनाक कन्वर्जन मास्टरमाइंड बाबा साई
पाकिस्तान में केवल मियां मिट्ठू ही नहीं, बल्कि बाबा साई भी जबरन कन्वर्जन करवाने के लिए कुख्यात है। यह बाबा साई सत्यानी शरीफ दरगाह चलाता है, जो पाकिस्तान के सिंध के सुजावल जिले में स्थित है। अब चूँकि इस दरगाह का कर्ताधर्ता बाबा साई है इसलिए यह हिंदुओं के जबरन सामूहिक कन्वर्जन का सबसे बड़ा केंद्र मानी जाती है।
पाकिस्तान में हिंदुओं का जीवन संकट में
बता दें कि पाकिस्तान में हिंदुओं और अन्य गैर-मुसलमानों का जबरन कन्वर्जन लगातार बढ़ रहा है। इसी वजह से पाकिस्तान में हिंदू अल्पसंख्यकों की संख्या लगातार घट रही है। जबरन कन्वर्जन, हत्या, उत्पीड़न और धार्मिक भेदभाव के चलते हजारों हिंदू परिवार हर साल पाकिस्तान छोड़ने पर मजबूर हो रहे हैं।
वहीं मजहबी सत्ता की शह पाकर बैखुफ़ होकर मियां मिट्ठू और बाबा साई जैसे कट्टरपंथी मौलवी बड़े स्तर पर जबरन कन्वर्जन गैंग को संगठित रूप से चला रहे हैं। जिस वजह से जेसिका जैसी विदेशी महिलाओं को भी अब इस्लाम कबूलने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
अब इस मामले में देखने वाली बात यह होगी कि क्या चीन या अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान में हो रहे इस जबरन कन्वर्जन के खिलाफ कोई ठोस कदम उठाएगा..? या फिर हर बार की तरह इस घटना पर आंखे मूंदकर संरक्षण देने का काम करेगा..?
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