ब्रिटेन में इस्लामिक कट्टरता बहुत ही तेजी से बढ़ रही है और इसके साथ ही ऐसी घटनाएं भी सामने आ रही हैं, जो लगातार इस कट्टरता की पुष्टि भी कर रही हैं। अब इन्हीं को ध्यान में रखते हुए ब्रिटेन की पूर्व गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने एक कार्यक्रम में यह कहकर सनसनी मचा दी है कि यदि स्थितियाँ नहीं बदलती हैं तो ब्रिटेन ‘मुस्लिम कट्टरपंथियों के हाथों’ में जा सकता है और वह आने वाले दो दशकों में पश्चिम का उस प्रकार का दुश्मन हो सकता है जैसा अभी ईरान है।
उन्होंने यह भाषण हेरिटेज फाउंडेशन के कार्यक्रम में वाशिंगटन में दिया। सुएला ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की भी प्रशंसा की। उन्होंने यूके की लेबर सरकार की नीतियों के प्रति असंतोष व्यक्त किया तथा ट्रम्प एवं अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की तारीफ की। सुएला पहले भी शरणार्थियों को लेकर ऐसे बयान दे चुकी हैं, जिन पर हंगामा मच चुका है। उन्होंने इस कार्यक्रम में भी जेडी वेंस के उस बयान का उल्लेख किया, जिसमें वेंस ने कहा था कि ‘यूके पहला ऐसा मुस्लिम मुल्क होने जा रहा है, जिसके पास परमाणु हथियार’ होंगे। उन्होंने कहा कि “उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने नेशनल कंजर्वेटिज्म कॉन्फ्रेंस में कहा, जिसमें मैंने भी गर्मियों में बात की थी, कि ब्रिटेन परमाणु हथियार रखने वाला पहला इस्लामिस्ट देश बनने जा रहा है। मुझे नहीं लगता कि वह मजाक कर रहे थे।“
गौरतलब है कि ब्रिटेन में पिछले दिनों शरिया अदालतों को लेकर भी यह खबर सामने आई थी कि ब्रिटेन शरिया अदालतों का गढ़ बन चुका है, जहां पर तलाक और शादियों को लेकर फैसले हो रहे हैं। ब्रिटेन में इस समय 80 से अधिक शरिया अदालते हैं, जहां पर अमेरिका और यूरोप के मुस्लिम भी अपने फैसलों को लेकर आते हैं। शरिया अदालतें अपने आप में एक समानांतर व्यवस्था हैं, जिसका कोई भी लेना देना ब्रिटेन के कानूनों से नहीं है। यह केवल मुस्लिमों को जीवन यापन जैसी चीजों को लेकर ही सलाह नहीं देती हैं, बल्कि शादी, तलाक, विरासत जैसे मामलों को भी लेकर फैसले सुनाती हैं।
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समानांतर सत्ता चला रहे मुसलमान
जहां ब्रिटेन में बहु विवाह अवैध है और सजा का भी प्रावधान है, तो वहीं इस्लामिक जो एप बना है उसमें मुस्लिम आदमी बहु विवाह की योजना बना सकते हैं।
कहा जा सकता है कि ब्रिटेन में मुसलमान अपनी एक समानांतर सत्ता ही चला रहे हैं। शायद यही कारण है कि अब नेता भी इस समस्या को लेकर सजग हो रहे हैं और बात कर रहे हैं। सुएला ने यह भी दावा किया अमेरिका के लिए 20 साल के बाद चीन या रूस नहीं बल्कि, ब्रिटेन भी खतरा हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि ब्रिटेन में वर्तमान नेतृत्व पूरी तरह से कमजोर हो रहा है, जिसके कारण देश एक बहुत ही गंभीर खतरे की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने देश में तेजी से फैल रहे शरिया कानूनों पर भी बात की। उन्होंने कहा, “यदि ब्रिटेन मुस्लिम कट्टरपंथ के हाथों में चला गया, हमारी न्याय व्यवस्था शरिया कानून के स्थान पर आ गई, तो क्या होगा?”
हालांकि, ट्रम्प ने राष्ट्रपति बनने के बाद यूके के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की प्रशंसा की थी, मगर सुएला इससे सहमत नहीं हैं।
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