29 मार्च 1978: संभल में सांप्रदायिक दंगे की भयावह सच्चाई, पीड़ित आज भी न्याय के इंतजार में
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत उत्तर प्रदेश

29 मार्च 1978: संभल में सांप्रदायिक दंगे की भयावह सच्चाई, पीड़ित आज भी न्याय के इंतजार में

29 मार्च 1978 का काला दिन29 मार्च 1978, एक ऐसा दिन जब सूर्योदय के साथ संभल शहर सांप्रदायिक हिंसा की आग में जल उठा।

by Mahak Singh
Jan 10, 2025, 11:10 am IST
in उत्तर प्रदेश
Sambhal news

संभल में 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद सड़क पर बिखरे ईंट और पत्थर

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

29 मार्च 1978 का काला दिन29 मार्च 1978, एक ऐसा दिन जब सूर्योदय के साथ संभल शहर सांप्रदायिक हिंसा की आग में जल उठा। यह दिन आज भी पीड़ितों के मन में खौफ के रूप में जीवित है। शहर के हर कोने में मार-काट, आगजनी, और लूटपाट का भयानक मंजर था। विशेष रूप से हिंदू समुदाय के व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया।

फायरिंग और हथियारों का तांडवदंगाइयों ने सड़कों पर हथियारों के साथ उत्पात मचाया। चाकू, लोहे के सरिये, लाठियां और बंदूकें हर जगह मौत का सामान बन चुकी थीं। निर्दोष लोगों को बेरहमी से मारा गया। किसी के सिर काट दिए गए, तो किसी के हाथ-पैर। कुछ लोगों को मिट्टी का तेल और पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया गया।

व्यापार और घरों को लगी आगदंगाइयों ने हिंदुओं की दुकानों और फैक्ट्रियों में आग लगा दी। विनीत गोयल, जिनकी फैक्ट्री में मजदूरों को बेरहमी से मारा गया, बताते हैं, “दंगाइयों ने हमारी फैक्ट्री पर हमला किया। मजदूरों को काट डाला। मेरे पिता की हत्या कर उनके शव को टायर से जला दिया।”

जागरण की खबर के मुताबिक अनिल रस्तोगी ने बताया, “दंगाइयों ने हमारी दुकान को आग के हवाले कर दिया। असुरक्षा के माहौल में मकान बेचना पड़ा।”

डर और पलायनदंगे के बाद शहर का माहौल पूरी तरह से बदल चुका था। कई परिवारों ने डर के मारे अपने घर और दुकानें औने-पौने दामों में बेच दीं और पलायन कर गए। विष्णु शरण रस्तोगी कहते हैं, “दंगे के दौरान घर से बाहर निकलना मौत को दावत देने जैसा था। डर के मारे हिंदू समुदाय ने संभल छोड़ने का फैसला किया।”

कैसे भड़का दंगा?इस सांप्रदायिक दंगे की जड़ें महात्मा गांधी मेमोरियल डिग्री कॉलेज के प्रबंधन समिति विवाद में थीं। कॉलेज की आजीवन सदस्यता के लिए ट्रक यूनियन के नाम से 10,000 रुपये का चेक भेजा गया था, जो मंजर शफी के नाम पर था। लेकिन, ट्रक यूनियन ने मंजर शफी को अधिकृत करने से मना कर दिया।

कॉलेज प्रशासन ने मंजर शफी को मान्यता नहीं दी, जिससे तनाव बढ़ा। यही तनाव सांप्रदायिक हिंसा में तब्दील हो गया। मंजर शफी पर दंगे की अगुवाई का आरोप है। 29 मार्च से लेकर 20 मई तक शहर में कर्फ्यू लगा रहा।

पीड़ितों ने आरोप लगाया कि हिंदू समुदाय की संपत्तियों को वक्फ बोर्ड में शामिल कर लिया गया। यह भी दावा किया गया कि इस संपत्ति हड़पने के पीछे बड़ा फर्जीवाड़ा हो सकता है। कई पीड़ित आज भी न्याय के इंतजार में हैं।

देवेंद्र रस्तोगी कहते हैं, “हमारा घर और व्यापार दोनों खत्म हो गए। मजबूरी में हमें संभल छोड़ना पड़ा।”

Topics: Sambhal RiotsUP newsSambhal NewsUttar Pradesh NewsUttar Pradeshup hindi newsNews in hindiSambhal riots 1978
Share16TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

आरोपी

रेलवे टिकटों की दलाली करने वाले अब्दुल हफीज और सगीर खान गिरफ्तार, 110 रेलवे टिकट और लैपटॉप बरामद

प्रतीकात्मक तस्वीर

शाहिद ने फोन पर दिया तीन तलाक, पीड़िता के शिकायत पर पति, सास और जेठ के खिलाफ केस दर्ज

प्रतीकात्मक तस्वीर

तिलक और कलावा पहनने पर शिक्षिकाओं ने छात्रा को स्कूल में रोका, BSA ने दिए जांच के आदेश

पद्मश्री योग गुरु शिवानंद जी

पद्मश्री योग गुरु बाबा शिवानंद का निधन, 129 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस

बाबा साहेब का अपमान

बाबा साहेब के अपमान पर एससी-एसटी आयोग कराएगा FIR

मुस्लिम युवती ने अपनाया सनातन धर्म

घर वापसी: पहलगाम आतंकी हमले से आहत मुस्लिम लड़की ने की घर वापसी, अपनाया सनातन धर्म

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

Live Press Briefing on Operation Sindoor by Ministry of External Affairs: ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies