नई दिल्ली । संसद में एक बार फिर से सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जोरदार टकराव देखने को मिला। बाबा साहेब आंबेडकर के अपमान से जुड़े मुद्दे पर हुई बहस के बाद संसद परिसर में धक्का-मुक्की तक की नौबत आ गई। इस घटना में भाजपा के दो सांसद, प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए। मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल गांधी और कांग्रेस पर तीखा हमला बोला।
शिवराज सिंह ने कहा कि, “राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे को संसद में किए गए व्यवहार के लिए माफी मांगनी चाहिए थी, लेकिन उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनका अहंकार झलक रहा था। आज जो कुछ भी राहुल गांधी ने किया, वह सभ्य समाज के लिए अकल्पनीय है।” उन्होंने आरोप लगाया कि जब भाजपा सांसद मकर द्वार पर विरोध कर रहे थे, तो राहुल गांधी वहां जानबूझकर पहुंचे। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें दूसरी जगह से जाने को कहा, लेकिन उन्होंने इरादतन ऐसा किया।
घायल हुए भाजपा सांसद
शिवराज सिंह ने कहा, “सांसद प्रताप सारंगी के सिर से खून बह रहा था और उनकी आंख के पास टांके लगे हैं। सांसद मुकेश राजपूत की तबीयत बिगड़ गई है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, वह बेहोश हैं। उनके बीपी में असामान्य वृद्धि हुई है। इन घटनाओं को देखकर मन पीड़ा से भर गया।”
उन्होंने यह भी कहा कि, “जो सांसद घटना के समय मौजूद थे, वे इस बात के गवाह हैं कि किसने धक्का-मुक्की की और किसने गुंडागर्दी की।”
शिवराज सिंह ने कहा कि “गृह मंत्री अमित शाह ने अपने भाषण में कांग्रेस की पोल खोली थी, जिससे बौखलाकर कांग्रेस ने यह कदम उठाया। यह कांग्रेस की मानसिकता और असभ्य व्यवहार का प्रमाण है।”
अंत में शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के व्यवहार को “लोकतंत्र के लिए शर्मनाक” बताया। उन्होंने कहा, “यह संसद के इतिहास में काला दिन है। कांग्रेस ने सदन के भीतर और बाहर असभ्यता की सारी सीमाएं लांघ दी हैं। सारे वैधानिक कदम उठाए जाएंगे और दोषियों को सजा दिलाई जाएगी।”
दर्ज कराई शिकायत
भाजपा ने इस घटना के लिए राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया। सांसद बांसुरी स्वराज और अनुराग ठाकुर ने संसद मार्ग थाने में राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
इस घटना ने संसद की गरिमा और लोकतांत्रिक मर्यादाओं पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। अब देखना यह है कि इस मामले में क्या कार्रवाई होती है और दोनों पक्षों के बीच का यह विवाद कहां तक पहुंचता है।
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