गत 8 दिसंबर को लखनऊ के राजेंद्र नगर स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय ‘भारती भवन’ में सांस्कृतिक एवं धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। श्री गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस के पावन अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे श्रीराम जन्म-भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अंतर्गत राम मंदिर का कार्यभार देख रहे श्री गोपाल।
उन्होंने कहा कि 350 साल पहले की भारत की परिस्थिति पर विचार करने पर हम पाएंगे कि उस समय हमारा धर्म और परिवार सब कुछ विदेशी आक्रांताओं के हाथ में चला गया था। उस समय अपने धर्म मार्ग पर चलना एक चुनौती थी। ऐसे में सबको संगठित करने के लिए श्री गुरु तेग बहादुर जी ने अपने प्राणों की आहुति दे दी।
उनका बलिदान व्यर्थ नहीं गया। सिख गुरुओं ने राम मंदिर के लिए आंदोलन किया था। उन्होंने कहा कि गुरुओं ने हमें यह शिक्षा दी है कि हम अपने धर्म को जीते हुए आचरण करें। अपनी आने वाली पीढ़ी को इसकी शिक्षा दें। एक होकर रहें एवं अपनी संस्कृति को अपनी अगली पीढ़ी के हृदय में स्थापित करने का संकल्प लें।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अवध प्रांत के प्रांत प्रचारक श्री कौशल ने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी ने हिंदू धर्म की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्होंने औरंगजेब के शासनकाल की नीतियों के विरुद्ध हिंदुओं को जगाने का काम किया। इस अवसर पर भारती भवन के प्रांगण में बड़े सत्कारयोग श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की हजूरी में ‘धन धन गुरु तेग बहादुर साहिब…’ कीर्तन ने सबको मंत्रमुग्ध किया।
दशमेश पब्लिक स्कूल, चढ़ दी कला क्लासेस, लखनऊ के बच्चों ने रण कौशल दिखाया व सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। इसके अतिरिक्त गुरु तेग बहादुर साहिब पर आधारित चित्र प्रदर्शनी लगाई गई थी।
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