ढाका: बांग्लादेश में हाल ही में कट्टरपंथी इस्लामिक समूहों द्वारा एक उग्र प्रदर्शन का आयोजन किया गया, जिसमें भारत के खिलाफ खुले तौर पर आपत्तिजनक और धमकी भरे बयान दिए गए। एक वायरल वीडियो में, जो सोशल मीडिया पर तेजी से साझा किया जा रहा है, प्रदर्शनकारियों को यह कहते सुना जा सकता है कि “हम दिल्ली पर राज करेंगे, हिंदुओं को फिर से गुलाम बनाएंगे।” यह वीडियो बांग्लादेश के धार्मिक और सामाजिक माहौल में बढ़ते कट्टरपंथ का प्रतीक बन गया है।
भारत विरोधी बयान की आड़ में दिखी जिहादी मानसिकता
इस वीडियो में एक वक्ता को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि- “हमने 800 साल तक हिंदुओं पर राज किया। अब समय आ गया है कि हम फिर से हिंदुओं को गुलाम बनाएं और दिल्ली पर कब्जा करें।” इस बयान ने न केवल भारतीय समुदाय को आक्रोशित किया, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी बांग्लादेश में बढ़ती कट्टरपंथी गतिविधियों पर ध्यान आकर्षित किया है।
कल बांग्लादेश के मुस्लिम संगठनों के अध्यक्षों ने भारत के सभी मुसलमानों से अपील की है कि मुसलमानों, हमने 800 साल तक हिंदुओं पर राज किया है।
अब समय आ गया है कि हिंदुओं को अपना गुलाम बनाकर दिल्ली पर राज करो। मुसलमानों, जिहाद शुरू करो।
हमें हिंदुओं को फिर से गुलाम बनाना है और अगर… pic.twitter.com/qjl6YvXdO5— Äbhï$hëk Güptä (@mind_kracker) December 5, 2024
लगातार बढ़ रहा हिंदू अल्पसंख्यकों पर अत्याचार
बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर लगातार हो रहे अत्याचार की घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं। देश में हिंदू मंदिरों पर हमले, महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार और धार्मिक उत्पीड़न की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। दुर्गा पूजा जैसे धार्मिक आयोजनों पर हमला करना, मंदिरों को अपवित्र करना, और हिंदू परिवारों को जबरन धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करना, ऐसे कृत्य हैं जो बांग्लादेश के अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के लिए भय का माहौल पैदा करते हैं।
2021 में बांग्लादेश के कोमिला जिले में दुर्गा पूजा के दौरान हिंसा ने देश और दुनिया को हिलाकर रख दिया था। इसके अलावा बांग्लादेश में तख्ता पलट होने के बाद से लगातार हिन्दू अल्पसंख्यक समुदाय पर हमलों की घटना में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है जो लगातार बढती ही जा रही है. मजहबी उन्मादियों की भीड़ ने कई हिन्दू बस्तियों को आग लगा दिन, मंदिरों को तोड़ डाला, हिन्दू महिलाओं की इज्जत को सरेआम सड़कों पर लुटा गया। इसके अलावा हाल ही में इस्कॉन के एक प्रमुख सदस्य चिन्मय कृष्ण दास को झूठे आरोपों में गिरफ्तार किया गया और अमानवीय व्यवहार का सामना करना पड़ा। इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि बांग्लादेश में हिंदुओं के अधिकारों और धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर गंभीर समस्याएं हैं।
हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ भारत में उबाल
बांग्लादेश में इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा हिन्दुओं पर किए जा रहे अत्याचार के खिलाफ सम्पूर्ण भारत में आक्रोश है। वहीं भारत में कट्टरपंथियों के इस प्रकार के बयानों और घटनाओं को लेकर भी गहरी नाराजगी देखी जा रही है। भारतीय जनता और हिंदू संगठनों ने इन घटनाओं की कड़ी निंदा की है और भारत सरकार से बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने की मांग की है।
वैश्विक मंच पर इस्लामिक कट्टरता को एक्सपोज करने की जरूरत
बांग्लादेश में बढ़ती इस्लामिक कट्टरपंथी गतिविधियां और हिंदू अल्पसंख्यकों पर अत्याचार वैश्विक मंच पर उठाने की जरूरत है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य मानवाधिकार संगठनों को इन घटनाओं पर संज्ञान लेना चाहिए और बांग्लादेश सरकार को अपने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बाध्य करना चाहिए।
बताते चलें कि बांग्लादेश में कट्टरपंथी संगठनों द्वारा दिए गए बयान और हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार सिर्फ स्थानीय नहीं, बल्कि क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता के लिए खतरा हैं। भारत और अन्य देशों को मिलकर इन घटनाओं के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए, ताकि धार्मिक सहिष्णुता और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
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