कोलकाता । पश्चिम बंगाल भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने बांग्लादेश में हिंदू धार्मिक संत और इस्कॉन के प्रवक्ता चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की रिहाई की मांग करते हुए भारत सरकार से बड़ा कदम उठाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जब तक बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार बंद नहीं होते और चिन्मय दास रिहा नहीं होते, तब तक भारत को बांग्लादेशी नागरिकों के लिए वीज़ा जारी करना और दोनों देशों के बीच व्यापार पूरी तरह रोक देना चाहिए।
भाजपा का प्रदर्शन
शुभेंदु अधिकारी ने बुधवार को कोलकाता के रवींद्र सदन से बांग्लादेश उप-उच्चायोग तक सात भाजपा विधायकों और सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ रैली का नेतृत्व किया। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ ज्ञापन सौंपा और चिन्मय दास की रिहाई की मांग की। शुभेंदु अधिकारी ने कहा- “अगर बांग्लादेश सरकार अल्पसंख्यकों पर अत्याचार रोकने में विफल रहती है, तो भारत को सख्त कदम उठाने चाहिए।”
चिन्मय दास की गिरफ्तारी और देशद्रोह का मामला
चिन्मय कृष्ण दास, जो बांग्लादेश के सम्मिलित सनातनी जागरण जोट के प्रवक्ता हैं, को ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया था। वह चट्टगांव में एक रैली में शामिल होने जा रहे थे। इसके बाद बांग्लादेश की अदालत ने मंगलवार को उन्हें देशद्रोह के आरोप में जमानत देने से इनकार कर जेल भेज दिया है।
कोलकाता में विशाल रैली का ऐलान
शुभेंदु अधिकारी ने ऐलान किया कि भाजपा 16 दिसंबर को कोलकाता में एक विशाल रैली करेगी। इस रैली का उद्देश्य बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाना है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि स्थिति नहीं बदली तो भाजपा भारत-बांग्लादेश सीमा पर प्रदर्शन शुरू करेगी।
वीज़ा और व्यापार पर रोक की मांग
शुभेंदु अधिकारी ने भारत सरकार से बांग्लादेशी नागरिकों को वीज़ा जारी करना बंद करने और दोनों देशों के बीच आयात-निर्यात पर अस्थायी रोक लगाने की अपील की। उन्होंने बांग्लादेशी नागरिकों को भारत में इलाज कराने की बजाय पाकिस्तान जाने की सलाह भी दी है।
टिप्पणियाँ