मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के एक गांव में प्रार्थना सभा की आड़ में धर्म परिवर्तन कराने का मामला सामने आया है। स्थानीय पुलिस और बजरंग दल ने इस घटना पर कार्रवाई करते हुए रविवार को प्रार्थना सभा पर छापा मारा। बताया जा रहा है कि ग्रामीणों को नौकरी और आर्थिक लाभ का लालच देकर उनका धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था।
हर रविवार को ईसाई मिशनरियों की प्रार्थना सभा
यह घटना भेरुंदा तहसील मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर पहाड़िया गांव में हुई। ग्रामीण इलाकों और आदिवासी समुदाय के सैकड़ों लोग, जिनमें पुरुष, महिलाएं और बच्चे शामिल थे, हर रविवार को ईसाई मिशनरियों की प्रार्थना सभा में भाग लेते थे। इन सभाओं में धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया भी चलाई जा रही थी।
बजरंग दल का छापा और हड़कंप
बजरंग दल और स्थानीय पुलिस ने इस प्रार्थना सभा पर छापा मारा, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई। मौके पर बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का दावा है कि इन सभाओं में उपस्थित लोगों को ईसाई मत अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा था और उन्हें ईसाई मत की शपथ दिलाई जा रही थी।
धर्म परिवर्तन का आरोप
पुलिस के मुताबिक, उन्हें यह सूचना मिली थी कि ईसाई मिशनरी ग्रामीणों को नौकरी, आर्थिक सहायता, और अन्य लाभों का लालच देकर धर्म परिवर्तन करने के लिए मजबूर कर रहे हैं। शिकायत के आधार पर छापेमारी की गई और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
मध्य प्रदेश में पहले भी ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें कथित तौर पर भोले-भाले ग्रामीणों और आदिवासियों को लालच देकर धर्म परिवर्तन कराया गया।
पुलिस की जांच जारी
फिलहाल पुलिस ने इस मामले में शामिल लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है। प्रशासन का कहना है कि मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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