कोलकाता । पश्चिम बंगाल की छह विधानसभा सीटों पर बुधवार को उपचुनाव छिटपुट हिंसा के बीच चुनाव संपन्न हो गया। राज्य निर्वाचन आयोग ने किसी भी तरह की अराजकता, बवाल और कानून व्यवस्था काे ताेड़ने वालाें के खिलाफ कार्रवाई के लिए कड़ी सुरक्षा का प्रबंध किया था। बूथों और स्ट्रांग रूमों के बाहर केंद्रीय बलों की बड़ी संख्या में तैनाती की गई थी। इन छह विस सीटों पर मतगणना 23 नवंबर को होगी।
उपचुनाव के दौरान कुछ सीटों पर हिंसा और विवाद की खबरें सामने आईं। मिदनापुर में एक बूथ के बाहर तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी सुजय हाजरा और केंद्रीय बलों के जवानों के बीच विवाद हुआ, जिसमें उनके पोलिंग एजेंट के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगा। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए क्षेत्र में माइकिंग करवाकर इलाके को खाली कराया गया।
मतदान प्रतिशत-
बंगाल के छह विधानसभा क्षेत्रों में शाम पांच बजे तक 69.29 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। तालताड़ा में सर्वाधिक 75.20 फीसदी मतदान हुआ, जबकि नैहाटी में सबसे कम 62.10 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। अन्य सीटों पर मतदान प्रतिशत इस प्रकार रहा-
- सिताई : 66.35 फीसदी
- मदारीहाट : 66.35 फीसदी
- हरोआ : 73.95 फीसदी
- मिदनापुर : 71.85 फीसदी
- तालताड़ा : 75.20 फीसदी
विवाद और आरोप-
उपचुनाव के दौरान हिंसा की घटनाएं सामने आईं। मदारीहाट में भाजपा प्रत्याशी राहुल लोहार की गाड़ी पर कथित रूप से तृणमूल कार्यकर्ताओं ने हमला किया और पत्थरबाजी की। दूसरी ओर, नैहाटी में एक बूथ पर भाजपा के पोलिंग एजेंट को प्रवेश न देने का आरोप तृणमूल कांग्रेस पर लगा। इसके अलावा, सिताई में ईवीएम की बटन पर टेप लगाए जाने की घटना भी सामने आई, जिसमें भाजपा ने चुनाव कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया गया।
प्रमुख उम्मीदवार और मतदाता प्रतिक्रिया-
इस चुनाव में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच मुख्य मुकाबला है। कांग्रेस और वामपंथी पार्टियों के गठबंधन न होने के कारण ये पार्टियां अलग-अलग चुनाव लड़ रही हैं।
उप-चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए चुनाव आयोग ने कड़े सुरक्षा प्रबंध किए थे। कुल 108 कंपनियों की केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती छह निर्वाचन क्षेत्रों के विभिन्न मतदान केंद्रों पर तैनात रहीं। इनमें सिथाई में 18, मदारीहाट में 18, नैहाटी में 13, हरोआ में 18, मेदिनीपुर में 19 और तालडांगरा में 22 कंपनियां तैनात थीं। आयोग के सूत्रों के अनुसार, इन 108 कंपनियों में से 102 कंपनियों को बूथों की सुरक्षा में लगाया गया, जबकि शेष छह कंपनियां स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा करेंगी।
सौजन्य – सिंडिकेट फीड
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