वक्फ बोर्ड ने कर्नाटक में मनमानियों की सारी हदों को पार कर रखा है। कांग्रेस शासित कर्नाटक में केवल विजयपुर जिले में ही उसने 14,210 एकड़ से भी अधिक जमीनों पर कब्जा कर रखा है। इस बात का दावा भाजपा की फैक्टफाइंडिंग कमेटी के अध्यक्ष गोविंदा करजोला ने किया है।
इस मामले में उन्होंने सोमवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को विजयपुर जिले में वक्फ बोर्ड के द्वारा मचाए गए उपद्रव को लेकर अपनी रिपोर्ट सौंपी। इसी रिपोर्ट में करजोला ने दावा किया है कि जिले में वक्फ बोर्ड के नाम पर 14,210 एकड़ जमानों पर कब्जा किया गया है। भाजपा नेता की रिपोर्ट के मुताबिक, बसवदी शरण काल में 12वीं शताब्दी में सिंदगी में निर्मित मठ की संपत्ति, देवा हिप्पारागी तालुक के पदगनूर गांव में सर्वे क्रमांक 220 में 57 एकड़ जमीन, पदगनूर गांव में चालुक्य मंदिर, विजयपुर शहर में लोक निर्माण विभाग से संबंधित सर्वे क्रमांक 811 में 77 एकड़ और 10 गुंटे जमीन, विजयपुर जिले के सभी समुदायों के कृषि लोगों की कुल जमीन पर वक्फ बोर्ड ने अपना दावा कर रखा है।
विजयपुर में किसानों की 1500 एकड़ जमीन पर किया था दावा
गौरतलब है कि ये विजयपुर जिला ही है, जहां हाल ही में टिकोटा तालुक स्थित होनवाड़ा गांव के करीब 41 किसानों को हाल ही में वक्फ बोर्ड की तरफ से एक नोटिस भेजा गया था। इसमें ये दावा किया गया कि उनकी 1500 एकड़ जमीन वक्फ बोर्ड की संपत्ति है। किसानों को नोटिस भेजे गए, जिसमें कहा गया था कि यह जमीन शाह अमीनुद्दीन दरगाह के अधीन है और वक्फ संपत्ति के रूप में चिन्हित है। हालाँकि, किसानों का कहना था कि उनके गांव में इस नाम की कोई दरगाह नहीं है और यह जमीन उनके परिवारों की पुश्तैनी संपत्ति है।
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इस घटना के बाद लोगों ने जमकर इसका विरोध किया, जिसके बाद अब सिद्धारमैया सरकार बैकफुट पर आ गई और सरकार ने झुकते हुए फैसला किया कि वो वक्फ बोर्ड द्वारा किसानों की 1500 एकड़ जमीन पर मनमाने तरीके से अपना दावा ठोंकने के बाद जारी किए गए नोटिस को वापस ले लेगी।
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