देशभर में नवरात्रि के पावन अवसर पर मां दुर्गा की आराधना के साथ-साथ गरबा-डांडिया के कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। इसी बीच कई राज्यों से कट्टरपंथी मुस्लिमों द्वारा पहचान छिपाकर इन कार्यक्रमों में घुसकर माहौल बिगाड़ने के मामले सामने आ रहे हैं। ताजा मामला मध्य प्रदेश के गुना जिले का है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शहर के कस्तूरी गार्डन में लायंस क्लब द्वारा आयोजित पंखिड़ा गरबा कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग भाग ले रहे हैं। इस दौरान यहां पर कुछ मुस्लिमों को भी गरबा खेलते हुए देखा गया। इसकी जानकारी लगते ही हिंदू जागरण मंच के कुछ कार्यकर्ताओं ने लायंस क्लब के सदस्यों से कहा कि आपके कार्यक्रम में कुछ मुस्लिम गरबा खेल रहे हैं, उनका यहां क्या काम है? लायंस क्लब के सदस्यों ने उन्हें मना कर दिया कि उनके यहां एक भी मुस्लिम गरबा नहीं खेल रहा है। उसके बाद हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने अंदर जाकर देखा तो वहां कई मुस्लिम गरबा खेल रहे थे। उन्होंने तुरंत पुलिस को इसके बारे में सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने गरबा खेल रहे पांच मुस्लिमों को गिरफ्तार कर लिया है।
सोशल मीडिया पर इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिस स्थिति को काबू करती हुई दिखाई दे रही है। वीडियो में हिंदुओं को जय श्रीराम के नारे लगाते हुए भी सुना जा सकता है। पुलिस ने बताया कि पांचों मुस्लिम कस्तूरी गार्डन में हो रहे गरबा के पास लेकर एंट्री करके कार्यक्रम में शामिल हो गए थे, जिनकी सूचना हिंदू जागरण मंच ने दी। गैर हिंदुओं को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
इस मामले में हिंदू जागरण मंच के विभाग मंत्री केशव शर्मा का कहना है, “ये मुस्लिम लोग ऐसे ही हिंदुओं के कार्यक्रम में आते हैं और लव जिहाद करते हैं। गरबा के नाम पर ये अश्लीलता और फूहड़ता नहीं चलेगी।” इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है कि जो गरबा समारोह आयोजन समितियां हैं, वह पैसे के लालच में धर्म से छेड़छाड़ करने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने अपील की है कि जहां पर भी गरबा कार्यक्रम किए जा रहे हैं, वहां पर जांच की जाए।
इंदौर से भी सामने आया ऐसा ही मामला
बीते दिनों इंदौर से भी ऐसा मामला सामने आया है। एक गरबा कार्यक्रम की आयोजन समिति में एक मुस्लिम शख्स के शामिल होने को लेकर विवाद छिड़ गया। इस मामले में हिंदु संगठनों द्वारा आपत्ति जताई गई, जिसके बाद पुलिस ने कार्यक्रम को रद्द कर दिया था। बताया जा रहा है कि इसे लेकर बजरंग दल ने भंवरकुआं पुलिस को ज्ञापन सौंपा था, जिसमें कहा गया था कि गणेश नगर में लव जिहाद को बढ़ावा देने और अश्लीलता फैलाने के मकसद से गरबा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
कानपुर : गरबा कार्यक्रम में घुसा मुस्लिम
सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के कानपुर के मोती झील का एक ऐसा ही वीडियो वायरल हो रहा है। दरअसल, स्वरूप नगर थाना क्षेत्र स्थित लाजपत भवन में बीते शुक्रवार (4 अक्टूबर 2024) को एक डांडिया-गरबा नाइट कार्यक्रम में एक कट्टरपंथी मुस्लिम ने पहचान छिपाकर प्रवेश करने की कोशिश की, जिसके बाद हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने बीच सड़क पर उसकी जमकर पिटाई कर दी। वायरल वीडियो में शख्स का नाम अब्दुल बताया जा रहा है। इस मामले में स्वरूप नगर थाने में केस भी दर्ज किया गया है।
हिंदू संगठनों ने स्पष्ट कहा है कि नवरात्रि के दौरान आयोजित होने वाले गरबा और डांडिया जैसे कार्यक्रमों में मुस्लिमों को प्रवेश नहीं मिलेगा। यहां आने वाले लोगों के आधार कार्ड चेक करने के बाद ही उन्हें एंट्री दी जाएगी। इसके बावजूद कुछ कट्टरपंथी मुस्लिम पहचान छिपाकर माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कानपुर के मोतीझील में श्रद्धालु डांडिया और गरबा खेल रहे थे। तभी वहां एक मुस्लिम शख्स अपना नाम बदलकर कार्यक्रम में प्रवेश करने की कोशिश कर रहा था। मगर वहां तैनात बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जब उसका आधार कार्ड देखा तो वह मुस्लिम निकला। इस दौरान उसने मौके से भागने की कोशिश की, लेकिन वह पकड़ा गया, जिसके बाद वहां मौजूद लोगों ने उसकी जमकर पिटाई की।
पहचान छिपाकर घुस रहे लोग
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि कुछ लोग भक्ति के माहौल को बिगाड़ने का काम कर रहे हैं। कार्यक्रमों में अपनी पहचान छिपाकर घुसने वाले अन्य धर्मों के लोग गंदी नजर लेकर गंदा काम करने आते हैं। कानपुर में जितने भी डांडिया कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, वहां हिंदू संगठन के कार्यकर्ता तैनात हैं। वह आधार कार्ड देख रहे हैं और लोगों से भी अनजान लोगों के आधार कार्ड देखने की अपील कर रहे हैं।
बता दें कि हर साल कट्टरपंथी मुस्लिम हिंदुओं के त्यौहार पर माहौल बिगाड़ने का प्रयास करते रहे हैं। फिर चाहे वह नवरात्रि पर गरबा-डांडिया कार्यक्रम हो या फिर गणेशोत्सव हो। ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
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