गाजियाबाद में धर्म परिवर्तन के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं, जिससे स्थानीय प्रशासन में हलचल मच गई है। हाल ही में, नंदग्राम और मोदीनगर में धर्मांतरण से जुड़ी घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। इसके साथ ही, क्रॉसिंग रिपब्लिक क्षेत्र से भी धर्मांतरण का नया मामला प्रकाश में आया है, जहां एक महिला पर लोगों को लालच देकर अपने धर्म की प्रार्थना में शामिल होने के लिए उकसाने का आरोप है।
क्रॉसिंग रिपब्लिक के सैन विहार निवासी रीना की शिकायत पर यह मामला दर्ज हुआ। रीना ने पुलिस को बताया कि पुष्पा नामक महिला ने उसे कई बार धर्म परिवर्तन करने के लिए उकसाया और यह दावा किया कि धर्म परिवर्तन करने पर उसकी सारी समस्याएं दूर हो जाएंगी। रीना के अनुसार, पुष्पा ने उसे धार्मिक अनुष्ठान में शामिल होने के बहाने सोनू नामक व्यक्ति के घर ले जाकर जबरन दूसरे धर्म की प्रार्थना में भाग लेने के लिए मजबूर किया।
इस मामले में डीसीपी ग्रामीण सुरेंद्रनाथ तिवारी ने पुष्पा और उसके साथियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुष्पा की तलाश जारी है, और यह क्रॉसिंग रिपब्लिक क्षेत्र से धर्मांतरण से जुड़ा दूसरा मामला है।
पुलिस की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आरोपी महिलाओं और परिवारों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रलोभन दे रही थी, विशेष रूप से निःसंतान दंपत्तियों को। इन परिवारों को झांसा दिया जाता था कि धर्मांतरण से उनकी सभी समस्याएं हल हो जाएंगी और वे संतान प्राप्त करेंगे। इसके लिए धार्मिक प्रार्थनाएं और अन्य गतिविधियां करवाई जाती थीं।
नंदग्राम और मोदीनगर से शुरू हुई जांच
धर्मांतरण के मामले सबसे पहले नंदग्राम थाना क्षेत्र में सामने आए, जहां इंग्राहाम स्कूल के पीटीआई, गैराल्ड मैथ्यूज मेसी, और उनके सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद मोदीनगर से भी चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। इन दोनों मामलों की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने एसआईटी गठित की है, जो इन मामलों की गहन जांच कर रही है। जांच में यह भी पता चला है कि गैराल्ड मैथ्यूज ने बरेली की एक लड़की का धर्मांतरण कराया था, जिसके बाद पुलिस ने टीम को बरेली भेजा है।
अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि इन धर्मांतरण मामलों का कनेक्शन गौतमबुद्ध नगर तक फैला हुआ है। डूंडाहेड़ा में सामने आए मामले में एक आरोपी ने खुलासा किया कि वह गौतमबुद्ध नगर के एक चर्च का नेतृत्व करता था। इसके अलावा, पुलिस की एक टीम हापुड़ भी गई है, जहां धर्मांतरण से जुड़े लोगों की छानबीन की जा रही है।
500 से अधिक धर्मांतरण का खुलासा
पुलिस द्वारा की गई अब तक की जांच और डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर यह खुलासा हुआ है कि करीब 500 लोगों का धर्मांतरण कराया जा चुका है। इस मामले में अब तक 10 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है, और पूछताछ के दौरान यह पता चला है कि धर्मांतरण की यह प्रक्रिया संगठित रूप से की जा रही थी। धर्मांतरण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी और इनके आपसी कनेक्शन को देखते हुए पुलिस अब चारों मामलों की एकसाथ जांच के लिए एक संयुक्त एसआईटी गठित करने की योजना बना रही है।
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