नई दिल्ली । केरल में शुक्रवार को मंकीपॉक्स (Mpox) का दूसरा मामला सामने आया है, जिससे भारत में मंकीपॉक्स संक्रमण के कुल मामलों की संख्या अब तीन हो गई है। यह मामला एक 26 वर्षीय युवक का है, जो हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से लौटा था। राज्य के एर्नाकुलम जिले में स्वास्थ्य विभाग ने इस व्यक्ति में संक्रमण की पुष्टि की है। फिलहाल, उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसका इलाज जारी है।
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि मरीज के नमूने को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, पुणे में जीनोमिक सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है, ताकि यह जांचा जा सके कि यह मामला वायरल 1b स्ट्रेन का है या पहले से ज्ञात क्लेड IIb स्ट्रेन का।
भारत में पहले भी मिल चुका है 1b स्ट्रेन
भारत में क्लेड 1b मंकीपॉक्स स्ट्रेन पहले भी रिपोर्ट हो चुका है। 18 सितंबर को मलप्पुरम जिले के 38 वर्षीय एक व्यक्ति में इस स्ट्रेन की पुष्टि हुई थी। इसके बाद से स्वास्थ्य अधिकारियों ने कई प्रिवेंटिव उपाय लागू किए थे, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
स्वास्थ्य विभाग की अपील
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों से अपील की है कि यदि वे मंकीपॉक्स के लक्षण महसूस करें, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें। केरल के 14 अस्पतालों में संभावित संक्रमण बढ़ोतरी को देखते हुए आइसोलेशन वार्ड तैयार कर दिए गए हैं।
WHO ने किया था स्वास्थ्य आपातकाल घोषित
मंकीपॉक्स एक वायरल बीमारी है, जो ऑर्थोपॉक्सवायरस के प्रजातियों के कारण होती है। इसके सामान्य लक्षणों में बुखार, दाने और मांसपेशियों में दर्द शामिल होते हैं। अगस्त 2023 में, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंकीपॉक्स को अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था।
केरल में मंकीपॉक्स के लगातार मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है और सभी यात्रियों को सावधान रहने की सलाह दी है। यदि मंकीपॉक्स के लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए आवश्यक सावधानियां बरतें।
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