मणिपुर में कुकी विद्रोही प्रशासन और सुरक्षा बलों को चुनौती दे रहे हैं। हाल ही में उन्होंने रॉकेट और ड्रोन से हमला किया था। सोमवार को राज्यपाल के आवास पर पथराव भी हुआ था। ड्रोन और रॉकेट हमले के विरोध में छात्र और महिलाएं सड़कों पर उतरी हैं। कानून व्यवस्था बनाए रखने और विद्रोहियों को काबू करने के लिए मणिपुर के 2 जिलों इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम में कर्फ्यू लगा दिया गया है। मणिपुर में पांच दिनों तक इंटरनेट भी शटडाउन किया गया है।
मुख्यमंत्री ने आर-पार की कार्रवाई का किया अनुरोध
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य से मुलाकात कर राज्य की कानून व्यवस्थ की स्थिति से अवगत कराया। राज्यपाल ने मणिपुर में कुकी उग्रवादियों के अत्याधुनिक हथियारों, रॉकेट मिसाइलों तथा ड्रोन के जरिये नागरिकों तथा सुरक्षा बलों पर किए जा रहे हमलों का हवाला देते हुए इनके खिलाफ आर-पार की कार्रवाई शुरू करने की मांग की। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से यह भी कहा कि केंद्र सरकार चाहे तो भारतीय संविधान की धारा 355 का प्रयोग करके केंद्र सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरह अपने हाथ में लेकर नियंत्रित करे। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने रविवार को राज्यपाल से मुलाकात की थी।
पूर्व सैनिक की हत्या की
हाल ही में मणिपुर में एक पूर्व सैनिक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। पूर्व सैनिक लिमखोलाल माटे असम रेजिमेंट में हवलदार थे। माटे गलती से बफर जोन पार कर सेकमाई क्षेत्र में चले गये थे। इससे पहले रविवार की रात को कांगपोकपी के थांगबुह गांव में भी 50 वर्षीय महिला की मृत्यु हो गई थी। हालांकि, उसकी मौत का कारण स्पष्ट नहीं है कि मौत गोलीबारी के दौरान हुई या बम विस्फोट में। पुलिस मामले की जाँच में जुटी है।
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