इस्लामिक कट्टरपंथ से परेशान जर्मनी ने बड़ा फैसला लेते हुए ईरानी मूल के इस्लामिक मौलवी मोहम्मद हादी मोफतेह को जर्मनी से निष्कासित कर दिया है। मोफतेह इस्लामिक सेंटर ऑफ हैम्बर्ग का प्रमुख है। आरोप लगाया गया है कि क्योंकि इस सेंटर और इसके सहयोगियों पर कट्टरपंथी इस्लामी लक्ष्यों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है।
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जर्मन मीडिया ने गुरुवार को बताया कि हैम्बर्ग आंतरिक विभाग ने 57 वर्षीय मोफतेह को निर्वासन नोटिस जारी किया है, जिसमें दो सप्ताह के भीतर उसे बाहर निकालने का आदेश दिया गया है। अगर वह इसका पालन करने में विफल रहता है, तो उसे 11 सितंबर तक अपने खर्च जर्मनी से बाहर कर दिया जाएगा। उसके बाद दोबारा जर्मनी में घुसने या रहने पर भी प्रतिबंधित कर दिया गया है।
जर्मन प्रशासन ने मौलवी को चेतावनी दी है कि अगर वह इस आदेश को नहीं मानेगा तो उसे तीन साल तक की सजा हो सकती है। गौरतलब है कि इससे पहले इसी साल जून के अंत में बर्लिन में इस्लामिक सेंटर के ईरान से जुड़े इमाम नासिर निकनेजाद को जर्मनी से बाहर निकाल दिया गया था। उसी के तहत ये निष्कासन किया गया है। बहरहाल, हैम्बर्ग इस्लामिक सेंटर के बंद होने से ईरान की कट्टरपंथी सरकार भड़की हुई है। बताया जाता है कि जिसे ईरान के सर्वोच्च नेता के नियंत्रण में माना जाता है।
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गौरतलब है कि जर्मनी की संघीय पुलिस ने नवंबर में आतंकवाद के आरोपी लेबनानी आतंकी संगठन हिजबुल्लाह का समर्थन करने के मामले में इस्लामिक सेंटर पर छापा मारा था। जर्मनी ने 2020 में हिजबुल्लाह पर बैन लगा दिया था। जर्मनी को सबूत मिले थे कि इस्लामिक सेंटर को हिजबुल्लाह का समर्थन करने के लिए ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामनेई से सीधे निर्देश मिले थे।
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