नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) के वर्तमान अध्यक्ष और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल एक बार फिर विवादों में आ गए हैं। वकील समुदाय में उनके खिलाफ नाराजगी बढ़ती जा रही है। SCBA के पूर्व अध्यक्ष आदिश सी. अग्रवाल ने सिब्बल पर अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है और उनसे सार्वजनिक माफी की मांग की है।
यह विवाद कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के मामले से जुड़ा है। कपिल सिब्बल, जो इस मामले में पश्चिम बंगाल सरकार की पैरवी कर रहे हैं, ने सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन की ओर से एक प्रस्ताव जारी किया। इस प्रस्ताव में इस घटना को “लक्षणात्मक अस्वस्थता” करार दिया गया और कहा गया कि ऐसी घटनाएं आम हो चुकी हैं।
आदिश सी. अग्रवाल ने सिब्बल के इस प्रस्ताव पर गंभीर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह प्रस्ताव SCBA की कार्यकारी समिति की सहमति के बिना जारी किया गया था और इसे अनधिकृत करार दिया। उन्होंने सिब्बल पर आरोप लगाया कि उन्होंने इस प्रस्ताव के जरिए घटना की गंभीरता को कम करने का प्रयास किया है, जिससे वकील समुदाय और चिकित्सा जगत में गहरी नाराजगी है।
अग्रवाल ने सिब्बल को 72 घंटे के भीतर सार्वजनिक माफी मांगने और इस प्रस्ताव को वापस लेने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर सिब्बल ऐसा नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है। इस विवाद ने SCBA की प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं, जिससे वकील बिरादरी में असंतोष और बढ़ गया है।
यह मामला अब कानूनी जगत में चर्चा का विषय बन गया है, और आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि कपिल सिब्बल इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं। वकील समुदाय में बढ़ती नाराजगी और SCBA की साख पर पड़े इस प्रभाव के कारण यह विवाद और भी गंभीर रूप ले सकता है।
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