कोलकाता रेप केस के विरोध में लगातार प्रदर्शन किया जा रहा है, लेकिन पश्चिमबंगा छत्रो समाज ने एक बड़े विरोध मार्च का आह्वान करते हुए नबान्नो अभियान यानि कि सचिवालय तक का मार्च शुरू कर दिया है। इस बीच हावड़ा ब्रिज हजारों की संख्या में छात्र सड़कों पर उतर गए हैं। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई है।
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इस बीच प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस वाटर कैनन और आंसू गैस के गोले दाग रही है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों में देखा जा रहा है प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठी चार्ज भी किया, लेकिन फिर भी प्रशासन को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। वहीं नाबन्नो प्रोटेस्ट के लिए निकले प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की बैरिकेडिंग को भी तोड़ दिया है।
टीएमसी ने प्रदर्शन को कहा गुंडागर्दी
छात्र लगातार सीएम ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं, जिससे टीएमसी भड़क गई है। इस बीच टीएमसी की सांसद सयानी घोष ने आग में घी डालते हुए प्रदर्शनकारी छात्रों को गुंडा करार दिया है। उनका कहना है कि ये सब गुंडों की तरह है, जिसमें मुश्किल से ही कोई महिला दिख रही है। ये विरोध प्रदर्शन पिकनिक की तरह है, जहां प्रदर्शनकारी छात्र पानी की बौछार के नीचे स्नान कर रहे हैं। सिर्फ 4-5 राष्ट्रीय ध्वज हैं। इस बीच 4 छात्रों को पुलिस ने कस्टडी में भी ले लिया है।
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नबन्ना के निकट धारा 163 लागू
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल सचिवालय यानि कि नबन्ना और उसके आसपास के क्षेत्रों में प्रदर्शन को देखते हुए सरकार ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। इसके तहत पांच या अधिक व्यक्तियों के एक साथ इकट्ठा होने पर रोक लगा दी गई है।
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