भुवनेश्वर। पुरी के जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार से खाली अलमारियों और संदूकों को हटाए जाने के बाद श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने शनिवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) से जल्द से जल्द निरीक्षण कार्य शुरू करने का आग्रह किया। मंदिर प्रशासन के मुख्य प्रशासक अरविंद पाढी ने भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण के महानिदेशक को पत्र लिख कर यह आग्रह किया है ।
एसजेटीए के मुख्य प्रशासक अरबिंद पाढी ने एएसआई को लिखे अपने पत्र में भगवान जगन्नाथ के प्रतिष्ठित रत्न भंडार के आंतरिक और बाहरी कक्षों के सर्वेक्षण के लिए अत्याधुनिक तकनीक के उपयोग पर जोर दिया है । इन कक्षों के गहन जांच सुचारु रूप से संपन्न करने के लिए उन्होंने एएसआई से आवश्यक विशेषज्ञता रखने वाले आईआईटी या सीबीआरआई जैसे विशेष संस्थानों के साथ मिलकर कार्य करने का सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण और निरीक्षण पूरा होने के बाद मरम्मत कार्य के लिए प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उन्होंने यह सुनिश्चित करने के महत्व पर जोर दिया कि निरीक्षण प्रक्रिया से मंदिर की संरचना या पवित्रता पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े।
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