ढाका, (हि. स.)। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने मंगलवार को ढाकेश्वरी मंदिर का दौरा किया और हिंदुओं से धैर्य बनाए रखने का आग्रह किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी सुरक्षा की जाएगी।
यूनुस ने हिंसा और तोड़फोड़ के बीच आठ अगस्त को अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में कार्यभार संभाला था। उन्होंने ढाका में प्रमुख शक्तिपीठों में से एक ढाकेश्वरी मंदिर का दौरा किया और कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के अधिकार सुनिश्चित किए जाने चाहिए।
बांग्लादेश नेशनल हिंदू ग्रैंड अलायंस(बीएनएचजीए) ने कहा है कि पांच अगस्त को शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के पतन के बाद से अल्पसंख्यक समुदाय को 48 जिलों में 278 स्थानों पर हमलों और धमकियों का सामना करना पड़ा है और इसे ‘‘हिंदू धर्म पर हमला’’ करार दिया।
युनूस ने कहा, “अधिकार सबके लिए समान हैं। हम सब एक ही व्यक्ति हैं और हमारे पास एक ही अधिकार है। हमारे बीच कोई भेदभाव न करें। कृपया हमारी सहायता करें। धैर्य रखें और बाद में आकलन करें – हम क्या कर पाए और क्या नहीं। अगर हम असफल होते हैं, तो हमारी आलोचना करें।”
युनूस ने कहा, “हमारी लोकतांत्रिक आकांक्षाओं में हमें मुसलमान, हिंदू या बौद्ध नहीं बल्कि इंसान के रूप में देखा जाना चाहिए। हमारे अधिकार सुनिश्चित होने चाहिए। सभी समस्याओं की जड़ संस्थागत व्यवस्थाओं के क्षय में है। इसीलिए ऐसे मुद्दे उठते हैं। संस्थागत व्यवस्था को दुरुस्त करने की जरूरत है।” उस समय धार्मिक मामलों का सलाहकार और हिंदू विरोधी एएफएम खालिद हुसैन भी प्रोफेसर यूनुस के साथ था।
हिंदुओं पर हमले पर जताया खेद
उधर, बांग्लादेश के गृह मंत्रालय के प्रमुख ब्रिगेडियर जनरल (रिटायर्ड) मुहम्मद सखावत हुसैन ने भी हिंदुओं पर हुए हमले को लेकर खेद जताया। उन्होंने कहा कि पिछले हफ्ते हुई हिंसा में बहुत से स्थानों पर हिंदुओं पर हमले हुए, उसके लिए सरकार को खेद है। उन्होंने कहा कि हिंसा में जिन मंदिरों को नुकसान पहुंचाया गया है, उनकी क्षतिपूर्ति के लिए सरकार सहायता करेगी। वहीं, अंतरिम सरकार में धार्मिक मामलों के मंत्री एएफएम खालिद हुसैन ने कहा है कि हम अल्पसंख्यकों पर हुए हमले की निंदा करते हैं। जिन्होंने अल्पसंख्यकों पर हमले किए वे उपद्रवी थे और सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी।
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