पेरिस ओलंपिक में अव्यवस्था चरम पर, भारत सरकार ने ओलंपिक्स खिलाड़ियों के लिए भेजे एसी
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्लेषण

पेरिस ओलंपिक में अव्यवस्था चरम पर, भारत सरकार ने ओलंपिक्स खिलाड़ियों के लिए भेजे एसी

आलोचना के बाद ओलंपिक समिति ने कुछ एसी अवश्य उपलब्ध कराए थे, मगर वह भी ऊंट के मुंह में जीरा ही साबित हुए।

by सोनाली मिश्रा
Aug 4, 2024, 12:52 pm IST
in विश्लेषण
Paris Olympics Mismanagement

प्रतीकात्मक तस्वीर

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

पेरिस में चल रहे “ग्रीन” ओलंपिक्स खिलाड़ियों को ग्रीन रखने में सफल नहीं हो पाए हैं। ग्रीन ओलंपिक्स के चलते खिलाड़ियों के लिए ओलंपिक्स समिति ने एसी तक उपलब्ध नहीं कराए थे। जबकि पेरिस में इन दिनों भयानक गर्मी पड़ रही है। पहले भी समाचार आए थे कि खिलाड़ियों ने अपने-अपने देशों से एसी तथा बिस्तर आदि की व्यवस्था की।

इसके बाद आलोचना के बाद समिति ने कुछ एसी अवश्य उपलब्ध कराए थे, मगर वह भी ऊंट के मुंह में जीरा ही साबित हुए। भारत से भी कई खिलाड़ी वहाँ पर गए हुए हैं। भारत के खिलाड़ियों को गर्मी से बचाने के लिए भारत सरकार ने भी अब एसी भेजे हैं।

इसे भी पढ़ें: पेरिस ओलंपिक बैडमिंटन : लक्ष्य सेन ने रचा इतिहास, पुरुष एकल सेमीफाइनल में पहुंचे

https://twitter.com/PTI_News/status/1819378362885783596?

पेरिस में चल रहे ओलंपिक्स खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के कमरों में एसी की व्यवस्था न होने पर अब भारत सरकार ने इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन और फ्रांसीसी दूतावास के साथ बातचीत के बाद खेल-गाँव में ये एसी भेजे। शुक्रवार को हुई इस बैठक में पेरिस में अचानक से बढ़ रहे तापमान और उमस के कारण खिलाड़ियों को हो रही असुविधा पर चर्चा हुई और फिर यह निष्कर्ष निकाल गया कि फ्रांस में भारतीय दूतावास आवश्यक एयर कंडीशनर खरीदेगा। इसके बाद तत्काल ही भारतीय दूतावास ने अपने खिलाड़ियों के लिए 40 पोर्टेबल एसी खरीदे और खेल गाँव में अपने खिलाड़ियों के कमरे में लगे।

जहां एक ओर विविध प्रतिस्पर्धाओं में खिलाड़ी गर्मी से परेशान नजर आ रहे हैं, तो वहीं ओलंपिक्स समिति का यह कहना है कि उन्होनें ओलंपिक्स के दौरान कार्बन फुटफ्रिंट को कम करने के लिए एसी न प्रयोग करने का निर्णय लिया है।

पेरिस ओलंपिक्स बहुत गलत कारणों से चर्चा में है और जिनमें ट्रांसजेंडर महिलाओं को महिलाओं के साथ खिलाए जाने पर भी लगातार विवाद हो रहे हैं। कल फिर से दो ट्रांसजेंडर महिलाएं, जैविक महिलाओं को बॉक्सिंग में पराजित करके आगे बढ़ी हैं। महिला बॉक्सर्स लगातार अपना असंतोष व्यक्त कर रही हैं, मगर ओलंपिक्स समिति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है।

इसे भी पढ़ें: पेरिस ओलंपिक में भारतीय निशानेबाज मनु भाकर रच रहीं इतिहास पर इतिहास, अब पदकों की हैट्रिक लगाने के करीब

इसके साथ ही यह फिर से तब चर्चा में आया जब एक खिलाड़ी ने सीन नदी में तैरने के अपने अनुभव के विषय में बताया। दरअसल सीन/सेने नदी में बढ़ते प्रदूषण को लेकर फ्रांस में बहुत दिनों से विवाद चल रहा था। जहां काफी धनराशि इसे साफ करने में खर्च हुई थी, तो वहीं यह साफ नहीं हुई थी।

महिलाओं की तैराकी की प्रतिस्पर्धा जब शुक्रवार को सेने नदी में हुई तो बेल्जिय की खिलाड़ी जोलीन वेरमेलेन ने अधिकारियों पर गुस्सा होते हुए कहा कि नदी साफ नहीं थी और उन्हें बीमार होने का डर है। यूकेमेट्रो के अनुसार उन्होनें बताया कि पल के नीचे तैरते हुए, मैंने कई चीजें देखी और महसूस कीं, जिसके बारे में हमें बहुत ज्यादा नहीं सोचना चाहिए। उन्होनें कहा कि सैकड़ों सालों से यह नदी प्रदूषित थी, तो वे यह नहीं कह सकते कि खिलाड़ियों की सुरक्षा उनके लिए प्राथमिकता थी।

यूकेमेट्रो के अनुसार आयोजकों ने लगभग 1 बिलियन यूरो इस नदी को साफ करने के लिए खर्च की हैं और फिर भी मंगलवार को नदी के पानी को प्रदूषित पाया गया था और बुधवार को ये प्रतिस्पर्धाएं आयोजित कराई थीं। यूके मेट्रो के अनुसार खिलाड़ियों में इन अव्यवस्थाओं को लेकर गुस्सा है। एक खिलाड़ी ने पेरिस में चल रही घटनाओं पर कहा कि स्थितियाँ खेल और खिलाड़ियों के लिए अपमानजनक हैं।

इसे भी पढ़ें: पेरिस ओलंपिक : भारत ने जीता एक और मेडल, स्वप्निल कुसाले का कांस्य पदक पर निशाना, हॉकी में जीता बेल्जियम

यह हैरान करने वाली बात है कि प्रदूषित नदी में तैराकी के आयोजन हो रहे हैं, खिलाड़ियों के लिए एसी उनके अपने देशों से आ रहे हैं और महिला बॉक्सर्स के साथ “ट्रांसजेंडर” महिलाएं या जैविक पुरुष लड़ रहे हैं, और भी तमाम अव्यवस्थाएं हैं, मगर मीडिया में ये चर्चाएं नदारद हैं। खिलाड़ियों का असंतोष नदारद है और उनकी सुरक्षा चिंताऐं भी नदारद हैं।

कम्युनिस्ट मीडिया को यह पता है कि उसे क्या दिखाना है और क्या नहीं। वह उसी के अनुसार कार्य कर रहा है और देशों द्वारा अपने खिलाड़ियों के लिए एसी भेजे जाने जैसी महत्वपूर्ण घटना पर भी चुप है क्योंकि यह उसके कथित “ग्रीन ओलंपिक्स” की क्रांति की पोल खोल देगा।

Topics: Paris Olympicsइंडियन ओलंपिक एसोसिएशनवर्ल्ड न्यूजओलंपिकOlympicsworld Newsफ्रांसFranceIndian Olympic Associationपेरिस ओलंपिक
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

सुअर साथ लेकर चलने के वीडियो सोशल मीडिया पर हो रहे वायरल

क्या फ्रांस में लड़कियां साथ लेकर चल रहीं “सुअर”, आखिर कारण क्या है?

Iran-Israel War : दुनिया भर में बंद होंगे इजरायल के दूतावास, ईरान ने कहा- ‘कहानी का अंत हम लिखेंगे’

जमीन पर पटका, उल्टा कर बांधे हाथ-पैर : अमेरिकी एयरपोर्ट पर छात्र से बदसलूकी, एक्शन में आया भारतीय दूतावास

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को सौंपी गई रिपोर्ट में स्कूलों और स्थानीय सार्वजनिक निकायों में 'मुस्लिम ब्रदरहुड' द्वारा मजहबी तत्वों को घुसाने की चाल का सबूत मिलने का दावा किया गया

France में इस्लामवादियों का उपद्रव, खुफिया रिपोर्ट ने इस्लामी तत्वों की सरकार में घुसपैठ की दी थी चेतावनी

चीन की महत्वाकांक्षा एक वैश्विक महाशक्ति बनने की है

कम्युनिस्ट ड्रैगन कर रहा दुनिया भर में जासूसी, ताजा रिपोर्ट से खुलासा हुआ China के सबसे बड़े गुप्तचर तंत्र का

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (दाएं) ने बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस को संभवत: उनका कद याद दिलाया

मैक्रों से अलग से बैठक की यूनुस की मंशा पर फिरा पानी, France के राष्ट्रपति ने नहीं दिया मिलने का वक्त

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Donald Trump

टैरिफ युद्ध अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने ने बसाया उन्ही के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिलवुमन का झलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

Loose FASTag होगा ब्लैकलिस्ट : गाड़ी में चिपकाना पड़ेगा टैग, नहीं तो NHAI करेगा कार्रवाई

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies