बरेली। यूपी के बरेली में गरीब हिन्दू बच्चों के मतांतरण के मामले में पकड़े गए पादरी प्रेम जोनल से जुड़े राज एक-एक कर सामने आते जा रहे हैं। पुलिस की जांच में पता लगा है कि पादरी अमेरिका की एक संस्था से जुड़ा था और बरेली से पहले आगरा, कानपुर और लुधियाना में भी मतांतरण रैकेट चला चुका था। बड़े षडयंत्र की आशंका के चलते अफसरों ने पुलिस की सदस्यीय टीम को मतांतरण मामले की इन्वेस्टीगेशन में जुटाया है, जो जल्दी ही अपनी रिपोर्ट प्रशासन को सौंपेगी।
बरेली के थाना इज्जतनगर इलाके में हिन्दू संगठनों की सूचना पर पुलिस ने मतांतरण रैकेट का पर्दाफाश किया था। छापेमारी में मौके से ईसाई मिशनरी से जुड़े पादरी प्रेम जोनल सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था। जांच में पता लगा था कि प्रेम जोनल ने इज्जतनगर इलाके की परवाना नगर कालोनी में अपना गोपनीय ठिकाना बना रखा था, जहां वह अपने साथियों के साथ मिलकर लालच देकर गरीब और भोले-भाले हिन्दू परिवारों को मतांतरण का शिकार बनाने की साजिश में लिप्त था।
पुलिस के अनुसार, पादरी प्रेम जोनल और उसके साथी हिन्दू बच्चों को लालच देकर अपने अड्डे पर बुलाते थे, जहां उनको पढ़ने के लिए मिशनरी साहित्य दिया जाता था। बच्चों से कहा जाता था कि उनकी दी गई किताबों को रट लेंगे तो उन्हें इनाम दिया जाएगा। बच्चों को फंसाने के लिए पादरी प्रेम जोनल मिशनरी किताबों के आधार पर टेस्ट लेता था और फिर कम-ज्यादा नंबर दिखाकर उनको इनाम दिया जाता था। गरीब परिवार बच्चों का ब्रेनवॉश करने के ईसाई मिशनरी षडयंत्र से अंजान थे और उनके जाल में फंस रहे थे।
हिन्दू जागरण मंच के कार्यकर्ता गुलशन बहादुर ने छिपकर पादरी के अड्डे पर प्रार्थना सभा के आड़े में चल रहे मतांतरण के खेल को सामने लाने के लिए वहां खुद एंट्री ली तो उन्हें भी लालच देकर ईसाई साहित्य पढ़ने को दिया गया। गुलशन बहादुर ने षडयंत्र को समझते हुए मामले की शिकायत थाने में की गई तो पुलिस ने छापेमारी कर पादरी प्रेम जोनल को साथियों के साथ मौके से दबोच लिया था। इस कार्रवाई में मौके से ईसाई मिशनरी से जुड़ा साहित्य भी बरामद हुआ था। पादरी के कब्जे से कई बच्चों की कॉपियां बरामद हुई थीं। पता लगा कि पादरी बच्चों का ब्रेनवॉश करने के लिए उन्हें ईसाइयत का पाठ पढ़ाता था।
पुलिस की शुरूआती जांच में ही पता लग गया है कि पादरी प्रेम जोनल पेंटेकॉस्टलिज्म और अमेरिका की एक संस्था से जुड़ा है। कहा जाता है कि बरेली में काम करने के लिए मुंबई से उसको चयनित कर भेजा गया था। इससे पहले वह यूपी में आगरा, कानपुर और पंजाब के लुधियाना में भी काम कर चुका था। इसके अलावा उसके एक बैंक अकाउंट के बारे में भी पता लगा है। पुलिस उसकी उसकी जानकारी कर फंडिंग को लेकर भी जांच आगे बढ़ा रही है। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करने के बाद पादरी प्रेम जोनल को गिरफ्तार कर लिया था। उसके दो साथी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। एसएसपी अनुराग आर्य ने मीडिया को बताया है कि मतांतरण प्रकरण की विस्तृत जांच के लिए छह सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। पुलिस गंभीरता से हर पहलू पर छानबीन में जुटी है।
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