देहरादून। भाजपा नीत एनडीए सरकार द्वारा CAA 2019 कानून के संशोधन के परिणाम सामने आने लगे हैं। सीमा जागरण मंच और हिंदू जागरण मंच के प्रयासों से पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए लोगों को भारत की नागरिकता के प्रमाणपत्र मिलने शुरू हो गए हैं।
जानकारी के मुताबिक 34 साल से अधिक इंतजार के पश्चात अफगानिस्तान और पाकिस्तान से आए हिंदू सिख लोगों को अब भारत की नागरिकता मिलनी शुरू हो गई है। गृहमंत्री अमित शाह के द्वारा भारतीय नागरिकता संशोधन अधिनियम में बदलाव किए जाने के बाद उत्तराखंड में 152 लोगों के प्रार्थना पत्र मंजूर हो गए हैं। पूर्व में भी 11 व्यक्तियों को नागरिकता सर्टिफिकेट प्राप्त हुए हैं। यानी अब तक कुल 163 लोगों को भारत की नागरिकता मिल चुकी है, ये लोग अभी तक भारत में एक शरणार्थी थे।
सीमा जागरण मंच एवं हिंदू जागरण मंच ने राज्य में इस तरह से रहने वाले लोगों की खोजबीन करके उनके प्रार्थनापत्र भरवा कर शासन में दाखिल किए थे। अफगानिस्तान से यहां देहरादून में आकर कारोबार करने वाले रवि कुमार ने बताया कि उन्होंने 34 साल पूर्व भारत की नागरिकता के लिए प्रयास किया था, वे और उनका परिवार अफगानिस्तान में तालिबान के भय से देश छोड़ कर भारत इसलिए आया था, क्योंकि दुनिया में और कोई देश ऐसा नहीं लगा जहां हिंदू सुरक्षित रह रहा हो। आज जब उन्हें भारत की नागरिकता मिल चुकी है तो हम यही कहेंगे “भारत माता की जय”। जानकारी के मुताबिक अभी उत्तराखंड में सौ से अधिक ऐसे लोग और भी हैं, जिनके प्रार्थना पत्र विचाराधीन हैं।
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