लखनऊ के सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के गणित शिक्षक कुलदीप तिवारी को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। गणित के अध्यापक कुलदीप तिवारी का आरोप है कि शिखा रखने, तिलक लगाने सहित कई धार्मिक प्रथाओं का पालन करने के कारण स्कूल प्रबंधन लगातार उन्हें प्रताड़ित कर रहा था। स्कूल प्रबंधन का कहना था कि उन्होंने जो जनहित याचिकाएं दाखिल की हैं। उसे वापस लें और अपनी शिखा को कटवा लें। इसके साथ ही यह भी कहा गया कि स्कूल म तिलक न लगाएं। कुलदीप तिवारी का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन इस तरह का दबाव बना रहा था। दबाव में न आने पर स्कूल प्रबंधन ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया।
अध्यापक कुलदीप तिवारी ने अपनी शिकायत में कहा है कि स्कूल की प्रधानाचार्य जय कृष्णनन और उप प्रधानाचार्य रीता फ्लेमिंग ने बार-बार उनसे शिखा कटवाने और तिलक हटाने के लिए कहा था। आरोप है कि कुलदीप तिवारी के द्वारा तिलक लगाने और शिखा रखने पर प्रधानाचार्य और उप प्रधानाचार्य को आपत्ति थी जबकि कुलदीप तिवारी का कहना है कि सनातनी होने के कारण तिलक लगाना और शिखा रखना दोनों ही उनके जीवन का आवश्यक हिस्सा है। कुलदीप तिवारी का कहना है कि वह कई जनहित याचिकाओं में भी शामिल हैं।
इस बात को लेकर भी स्कूल प्रबंधन को उनसे दिक्कत थी। कुछ दिन पहले प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल ने अपने कमरे में उन्हें बुलाया और कहा कि जितनी भी जनहित याचिकाएं हैं उसको तत्काल वापस ले लें या नौकरी से त्यागपत्र दे दें। तिवारी का कहना है कि “जनहित याचिकाओं को वापस न लेने की दशा में प्रबंधन ने कहा कि अगर आप इस्तीफा नहीं देते हैं तो हम आपको बर्खास्त कर देंगे फिर आप बेसहारा हो जाएंगे और पर सड़क पर बैठकर हिंदुत्व का नारा लगाते रहेंगे। इसके बाद 1 जुलाई 2024 को सीएमएस प्रबंधन ने कुलदीप तिवारी को टर्मिनेशन लेटर दे दिया। नौकरी से निकाले जाने के बाद कुलदीप तिवारी ने स्कूल के खिलाफ विभिन्न जगहों पर शिकायत की है।
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