संसद का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है। 22 जुलाई 2024 यानि कि आज से शुरू होने जा रहा संसद के मानसून सत्र 12 अगस्त तक चलेगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण केंद्रीय बजट से एक दिन पहले आज लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट पेश करेंगी। आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट कार्ड का काम करेगा। इससे भविष्य के विकास का दृष्टिकोण प्रदान करेगा।
इसे भी पढ़ें: राष्ट्रीय आम दिवस: गुजरात का आम भी है मशहूर, पांच साल में 2500 मीट्रिक टन से ज्यादा आम का निर्यात किया
गौरतलब है कि आर्थिक सर्वेक्षण अर्थव्यवस्था की हालत, इसकी संभावनाओं और नीतिगत चुनौतियों का एक व्यापक विवरण प्रदान करता है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश करेंगी। आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट को देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंथा नागेश्वरन के नेतृत्व वाली टीम ने तैयार किया है।
इसे भी पढ़ें: उत्तराखंड: अग्निवीरों को नियोजित करने की योजना लागू करने की तैयारी
क्या होता है आर्थिक सर्वेक्षण?
आर्थिक सर्वेक्षण एक तरह का दस्तावेज होता है, जो कि हर साल बजट से ठीक एक दिन पहले ही पेश किया जाता है, जिसमें वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन की समीक्षा की जाती है। यहीं नहीं आर्थिक सर्वेक्षण देश की अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों पर जानकारी और विश्लेषण के साथ ही रोजगार, जीडीपी के आंकड़े, महंगाई और बजट आंकड़े प्रदान करता है।
इसे भी पढ़ें: बंगाल का दरवाजा खटखटाएंगे बांग्लादेशी तो उन्हें देंगे शरण, बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच बोलीं ममता बनर्जी
आर्थिक सर्वेक्षण का इतिहास
उल्लेखनीय है कि आर्थिक सर्वेक्षण को पहली बार वित्त वर्ष 1950-51 में पहली बार पेश किया गया था। पहले इसे बजट के साथ ही पेश किया जाता था, लेकिन 1964 के बाद से इसे अलग कर दिया गया था। इसके बाद से ही इसे बजट से ठीक एक दिन पहले ही पेश किया जाता है। वित्त मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले इकोनॉमिक अफेयर्स विभाग की इकोनॉमिक डिवीजन इसे तैयार करती है।
टिप्पणियाँ