प्रयागराज जनपद की पुलिस ने तीन साइबर ठग गिरफ्तार किया है। अभियुक्तों में एक महिला भी शामिल है। गिरोह के सदस्य पैसा तीन गुना करने का लालच देकर लोगों को ठग रहे थे। इस गिरोह ने टेलीग्राम पर एक ग्रुप बनाया था। उस ग्रुप में नंबर ऐड करने के बाद ट्रेडिंग का लालच दिया जाता था। ट्रेडिंग में पैसा निवेश करने के नाम पर लोग इसमें फंस जाते थे। नम्बर ऐड करने के बाद लोगों को तीन गुना मुनाफ़ा का लालच दिया जाता था। जो भी व्यक्ति लालच में फंस जाता था। उसको शुरुआत में कुछ लाभ दिया जाता था। विश्वास हासिल हो जाने के बाद और रकम खाते में मंगवाई जाती थी। इसके बाद उस व्यक्ति को ट्रेडिंग पेज से आउट कर दिया जाता था।
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इस प्रकार की ठगी की शिकायत मिलने पर पुलिस की साइबर सेल लगातार काम कर रही थी। प्रयागराज जनपद में पूर्व मुख्य चिकित्सा अधिकारी अलोक वर्मा से इस गिरोह ने 1 करोड़ 26 लाख रूपये की ठगी की थी। इस शिकायत के बाद पुलिस सरगर्मी से इस गिरोह की तलाश कर रही थी। पुलिस ने सबीना मोहम्मद, पटेल मोहम्मद सोहेल और सैयद अमीरुद्दीन को गिरफ्तार किया है। ये तीनों गुजरात के रहने वाले हैं। डीसीपी गंगा पार अभिषेक भारतीय ने बताया कि प्रयागराज कमिश्नरेट की साइबर क्राइम पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करने वाले एक गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पूर्व सीएमओ आलोक वर्मा ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके बैंक अकाउंट से ट्रेडिंग के नाम पर 1 करोड़ 26 लाख रुपए ट्रांसफर करके ठगी की गई है। इस मामले में लगातार विवेचना की जा रही थी।
अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि वो लोग बैंक खातों का कलेक्शन करते थे। खाता धारकों को कुछ कमीशन का लालच देकर अपने जाल में फंसाते थे। फिर खाताधारक से खाता नम्बर व इंटरनेट बैंकिंग का आईडी पासवर्ड हासिल कर लेते थे। उन खातों से निवेश का लालच देकर खाते में और पैसा जमा करवाया जाता था। उसके बाद उन पैसों को एटीएम के माध्यम से निकाल लेते थे। प्रयागराज जनपद में आलोक वर्मा के साथ की गई ठगी के समबन्ध में अभियुक्तों ने बताया कि एक करोड़ 26 लाख रुपए से क्रिप्टो करेंसी खरीदी गई थी। क्रिप्टो करेंसी को देश से बाहर ट्रांसफर किया गया।
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