बरेली। सनातन विचार और संस्कार मुस्लिम युवतियों को घर वापसी की प्रेरणा दे रहे हैं। यूपी के रुहेलखंड इलाके में इस्लाम छोड़ हिन्दू धर्म अपनाने वाली महिलाओं और युवतियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। घर वापसी करने वालों की सूची में अब बरेली की रहने वाली महक खानम और रिफा बी का नाम भी जुड़ गए हैं, जिन्होंने जीने के लिए सनातन राह चुन ली और दोनों वैदिक रीति रिवाज से विवाह के पवित्र बंधन में बंध गई है। महम की पहचान अब सोनम सक्सेना के रूप में होगी तो रिफा बी इसके बाद रिया सागर के रूप में जीवन को रफ्तार देगी।
हिन्दू धर्म में वापसी करने वाली महक खानम मूलरूप से रामपुर शहर में मियां खेल की निवासी हैं और अब बरेली में थाना किला क्षेत्र के जखीरा मोहल्ले में रहती हैं। महक ने बरेली में मलूकपुर के रहने वाले अंश सक्सेना के साथ शादी रचाई है। महक से सोनम बनी युवती ने बताया कि उसकी मुलाकात अंश से पड़ोस में आते-जाते हुई थी। मुलाकात दोस्ती में बदल गई और दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे। हिन्दू धर्म शुरू से उसको अच्छा लगता था। अंश से दोस्ती के बाद उन्हें भविष्य को लेकर फैसला लेने में और मजबूती मिली।
उसका कहना है कि इस्लाम छोड़ सनातन धर्म अपनाने और अंश सक्सेना के साथ शादी का फैसला उसने बहुत सोच-समझकर व बगैर किसी दबाव के लिया है। अंश ने दहेज रहित विवाह करके उसे अपना जीवन साथी बनाया है। दोनों ने बरेली में मढ़ीनाथ स्थित अगस्त्य मुनि आश्रम के आचार्य पंडित केके शंखधार से मिलकर शादी की इच्छा जताई थी और बालिग होने के अपने-अपने प्रमाणपत्र पेश किए थे। आचार्य शंखधार ने शुद्धिकरण के बाद महक खानम को सनातन धर्म ग्रहण कराया और सनातन संस्कारों के अनुरूप उनका विवाह संपन्न कराया। महम खानम से सोनम सक्सेना बनी युवती ने एसएसपी बरेली पत्र भेजकर कहा है कि इस फैसले से उसके घरवाले दुश्मन बन गए हैं और पति अंश सक्सेना के परिवार को नुकसान पहुंचाने की धमकी दे रहे हैं। उसने पुलिस से कार्रवाई के साथ सुरक्षा की भी मांग की है।
इस्लाम से नाता तोड़कर सनातन धर्म अपनाने वाली दूसरी युवती रिफा बी बरेली में थाना देवरनिया क्षेत्र के गांव उदरा की रहने वाली है। उसने हिन्दू धर्म ग्रहण कर अपने ही गांव के राहुल कुमार सागर के साथ विवाह किया है। उनकी शादी भी अगस्त्य मुनि आश्रम में आचार्य पंडित केके शंखधार ने ही संपन्न कराई। रिया ने बताया कि कई बातें ऐसी थीं, जिसकी वजह से वह हिन्दू धर्म को पसंद करती थी। पांच से राहुल के साथ उसकी दोस्ती थी। दोनों ने सोच-समझकर बगैर किसी दबाव और लालच के साथ जिंदकी बिताने का निर्णय लिया है। राहुल के साथ विवाह के पवित्र बंधन में बंधने के साथ ही रिफा बी की पहचान अब रिया सागर के रूप में होगी। बता दें कि बरेली के अगस्त्य मुनि आश्रम में ऐसी युवतियां लगातार संपर्क करती देखी जाती हैं, जो इस्लाम छोड़ हिन्दू धर्म में घर वापसी चाहती हैं। आश्रम के संचालक आचार्य पंडित केके शंखधार कानूनी पेचीदगीयों को ध्यान में रखकर पहले ऐसी युवतियों के बालिग होने के साक्ष्य हासिल करते हैं। बालिग होने के प्रमाण सामने आने के बाद ही वह घर वापसी और शादी की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हैं। बरेली में आचार्य शंखधार बड़ी संख्या में युवतियों की घर वापसी के लिए पहचाने जाते हैं।
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