भारतीय सेना के इतिहास में पहली बार दो सहपाठी नौसेना और थलसेना की कमान संभालने जा रहे हैं। एडमिरल दिनेश त्रिपाठी 30 अप्रैल 2024 से ही नौसेना के प्रमुख हैं। वहीं, लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी रविवार (30 जून 2024) को थलसेना प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालेंगे। दिलचस्प बात यह है कि नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी और सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने मध्य प्रदेश के सैनिक स्कूल रीवा से एक साथ पढ़ाई की है। ये दोनों 1970 के दशक की शुरुआत में कक्षा 5वीं तक एक ही साथ पढ़ते थे। यहां तक कि दोनों अधिकारियों के रोल नंबर भी एक-दूसरे के आस-पास थे। बताया जाता है कि लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी का रोल नंबर 931 था, जबकि एडमिरल त्रिपाठी का 938 था। दोनों स्कूल के शुरुआती दिनों से ही अच्छे मित्र रहे हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी थलसेना के 30वें प्रमुख होंगे, जो जनरल मनोज पांडे का स्थान लेंगे। मनोज पांडे 26 महीने के कार्यकाल के बाद आज सेवानिवृत्त हो रहे हैं। लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ऐसे वक्त में थलसेना की कमान संभाल रहे हैं, जब सेना संरचनात्मक सुधारों के साथ आधुनिकीकरण के दौर से गुजर रही है। उनका उत्तरी सेना के कमांडर के रूप में लंबा कार्यकाल रहा है। इसके साथ ही उनके पास चीन और पाकिस्तान से सटी सीमाओं पर ऑपरेशंस का व्यापक अनुभव है।
लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी का जन्म एक जुलाई, 1964 को हुआ था। उन्होंने डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कालेज (डीएसएससी), वेलिंगटन और आर्मी वार कॉलेज, महू (मध्य प्रदेश) से प्रशिक्षण प्राप्त किया है। इसके अलावा डिफेंस एंड मैनेजमेंट स्टडीज में एम. फिल किया है और उनके पास स्ट्रैटजिक स्टडीज एंड मिलिट्री साइंस में दो स्नातकोत्तर डिग्रियां हैं। वह महज 20 वर्ष की आयु में (15 दिसंबर, 1984) सेना की जम्मू-कश्मीर राइफल्स में शामिल हो गए थे। उन्होंने लगभग 40 वर्षों की अपनी लंबी सेवा के दौरान कई अहम पदों पर कार्य किया है, जिनमें रेजीमेंट की कमान (18 जम्मू एंड कश्मीर राइफल्स), ब्रिगेड (सेक्टर 26 असम राइफल्स), असम राइफल्स के डीआइजी ईस्ट, कोर (नौवीं कोर) एवं उत्तरी कमान के प्रमुख (2022 से 2024) शामिल हैं। वह इंफैन्ट्री के महानिदेशक भी रह चुके हैं। इसके अलावा द्विवेदी परम विशिष्ट सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक और तीन जीओसी-इन-सी प्रशस्ति पत्रों से भी सम्मानित हो चुके हैं।
बता दें कि लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी का स्थान लेंगे। वह उनकी जगह थलसेना के उपप्रमुख की जिम्मेदारी संभालेंगे। लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रमणि राष्ट्रीय रक्षा अकादमी खड़कवासला और भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून के पूर्व छात्र रह चुके हैं। वर्ष 1985 में वह गढ़वाल राइफल्स में शामिल हुए थे।
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