नई दिल्ली । 18वीं लोकसभा के पहले सत्र के दूसरे दिन AIMIM प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने शपथ ग्रहण के बाद ‘जय फिलिस्तीन’ का नारा लगाकर राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी। शपथ लेने के बाद उन्होंने सबसे पहले ‘जय भीम’ बोला, उसके बाद ‘जय एमआईएम’, ‘जय तेलंगाना’ और अंत में ‘जय फिलिस्तीन’ का नारा लगाया। यह पूरा वाकया सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद ओवैसी के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।
वहीं ओवैसी के नारे को लेकर विवाद बढ़ने पर सभापति ने इसे रिकॉर्ड से हटाने का आदेश दिया।
जय मीम
जय फलीस्तीन
अल्लाहु अकबरभारत की संसद में जय फलीस्तीन बोलने का क्या तुक है ?
जय भारत नहीं बोला गया लेकिन जय फलीस्तीन बोल गए।
जिस देश की मिट्टी में जन्मे, जिस देश की मिट्टी का अनाज खाते हैं उसकी जय बोलना गुनाह है !
लेकिन फलीस्तीन की जय बोलने से अल्लाह खुश हो जाएगा ? pic.twitter.com/6LTKkZSmHV
— Panchjanya (@epanchjanya) June 25, 2024
बीजेपी नेता जी किशन रेड्डी ने ओवैसी के इस नारे का कड़ा विरोध किया और इसे रिकॉर्ड से हटाने की मांग की। रेड्डी ने कहा, “ओवैसी भारत में रहकर फिलिस्तीन का गाना गाना, पूरी तरह से गलत है। ऐसी घटनाओं से इन लोगों का असली चेहरा सामने आता है। ये लोग हर दिन हर विषय पर ऐसी हरकत करते हैं। मैं जनता से अनुरोध करूंगा कि वह लोकसभा में ऐसे नारे लगाने वालों को पहचाने।”
बता दें कि 24 जून को 18वीं लोकसभा के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कुल 262 नवनिर्वाचित सांसदों ने शपथ ली थी, जबकि शेष सांसदों का शपथ ग्रहण आज हो रहा है। लोकसभा स्पीकर पद को लेकर भी सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच घमासान मचा हुआ है। आम सहमति न बनने पर दोनों गठबंधनों ने अलग-अलग उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। 26 जून को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के साथ प्रोटेम स्पीकर अगले अध्यक्ष का चुनाव कराने के लिए मतदान कराएंगे।
इस बार के स्पीकर चुनाव में राजस्थान के कोटा से तीन बार के सांसद ओम बिड़ला और केरल के मवेलीकारा से आठ बार के सांसद कोडिकुन्निल सुरेश के बीच सीधा मुकाबला होना है। ओम बिड़ला जहां NDA के उम्मीदवार हैं, वहीं कोडिकुन्निल सुरेश इंडी गठबंधन के प्रत्याशी हैं। अब देखना होगा कि स्पीकर चुनाव के बाद क्या राजनीतिक समीकरण बनते हैं और इस विवाद का अंत किस दिशा में होता है।
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