जोधपुर का सूरसागर क्षेत्र चार दिन पहले सांप्रदायिक हिंसा की आंच से झुलस उठा। पुलिस ने हिंसा को काबू कर लिया है। सूरसागर का माहौल अब शांत है। अब ड्रोन सर्वे से यह खुलासा हुआ है कि घरों की छतों पर करीब 2 ट्रॉली पत्थर रखे गए थे। सूरसागर क्षेत्र में पिछले पांच साल में यह तीसरी घटना है।
विवाद की शुरुआत कुछ इस तरह हुई। हिंदू बहुल क्षेत्र में ईदगाह की दीवार तोड़कर एक दरवाजा लगाया गया और यह हिंदू बस्ती की ओर खोला गया। लोगों ने विरोध जताया और मामला थाने तक गया। हिंदू पक्ष जब थाने में शिकायत कर वापस लौट रहा था तो कट्टरपंथियों ने पत्थर बरसाए। विवाद बढ़ा और पुलिस की सक्रियता से दोनों पक्षों में समझौता हो गया। ईदगाह से दरवाजा हटा दिया गया और वहां पर फिर से दीवार बना दी गई। पुलिस ने इस बवाल में करीब साठ लोगों को गिरफ्तार किया है।
अब इस मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। जहां हिंसा हुई, उस इलाके का ड्रोन सर्वे कराया गया था। इसमें पता चला है कि चार-पांच लोगों के घरों की छत पर करीब 2 ट्रॉली पत्थर जमा थे। सूरसागर क्षेत्र में बीते पांच साल में ये तीसरी घटना है। अप्रैल 2019 और जून 2022 में भी सूरसागर में तनाव उत्पन्न हुआ था।
5 क्षेत्रों में धारा 144 लागू
सूरसागर में हिंसा के बाद पुलिस-प्रशासन सतर्क है। एहतियातन पांच क्षेत्रों में धारा 144 लगाई गई है। सूरसागर, प्रताप नगर, प्रताप नगर सदर, देव नगर और राजीव गांधी थाना क्षेत्र में धारा 144 लगाई गई है।
जून 2022 की घटना
सूरसागर में राजाराम सर्कल में जून 2022 में हिंसा भड़की। सर्कल के पास रात करीब आठ बजे कुछ युवक झगड़ा कर रहे थे। एक युवक ने बीच-बचाव किया तो आरोपियों ने उसकी पिटाई कर दी। कुछ ही दूरी पर तैनात पुलिस ने बीच बचाव किया और एक युवक को पकड़कर थाने ले आई, जबकि अन्य युवक भाग गए। मारपीट का पता लगते ही सर्कल के आस पास के लोग विरोध में उतर आए।
शोभायात्रा पर पथराव
अप्रैल 2019 में रामनवमी शोभायात्रा के बाद बवाल हुआ। शोभायात्रा समापन के बाद शाम को रथ और झांकियां सूरसागर से लौट रही थीं। इस दौरान झांकियों पर पथराव हुआ। दरअसल, बाइक सवार दो युवकों को पीटने के फुटेज पुलिस को देने की वजह से हमला किया गया था।
परशुराम जयंती पर हुआ था बवाल
2 मई 2022 को जोधपुर में परशुराम जयंती के दिन बवाल हुआ था। इस दौरान जालोरी गेट चौराहे पर झंडे लगाए गए। देर रात ईद को लेकर समाज के लोगों ने भी इसी चौराहे पर झंडे लगाने की कोशिश की। इस दौरान दोनों पक्षों में मारपीट हो गई। दोनों समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए और पत्थरबाजी शुरू हो गई। पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागकर कर हालात काबू में किए।
टिप्पणियाँ