नई दिल्ली । आज एनडीए संसदीय दल की पहली बैठक आयोजित की गई, जिसमें सर्वसम्मति से नरेंद्र मोदी को एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) का नेता चुना गया। इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रधानमंत्री मोदी नरेंद्र मोदी ने सांसदों को संबोधित किया और एनडीए को देश का सबसे सफल प्री-पोल गठबंधन बताया।
एनडीए की सफलता और भरोसा
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में सभी एनडीए घटक दलों को धन्यवाद दिया और उनके भरोसे की सराहना की। उन्होंने कहा, “एनडीए, हिंदुस्तान का सबसे सफल प्री-पोल अलायंस है। मैं सभी घटक दलों का आभारी हूं जिन्होंने हम पर विश्वास जताया।” पीएम मोदी ने इस दौरान गठबंधन की मजबूती और एकजुटता पर भी जोर दिया।
मतगणना के दिन का ज़िक्र
पीएम मोदी ने 4 जून की मतगणना वाली तारीख को याद करते हुए इंडी गठबंधन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “मैं तो मतगणना वाले दिन अपने काम में व्यस्त था। जब मैंने किसी से पूछा था कि ये आंकड़े तो ठीक है लेकिन ये बताओ ईवीएम जिंदा है या मर गया।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि 4 जून की शाम तक जो लोग ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठा रहे थे, उनके मुंह पर ताला लग गया।
ईवीएम पर विपक्ष का रवैया
पीएम मोदी ने विपक्षी दलों पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “ये लोग तय कर बैठे थे कि भारत के लोकतंत्र और चुनावी प्रक्रिया से भरोसा उठ जाए। अगले 5 सालों तक अब ईवीएम पर कोई चर्चा नहीं होगी। लेकिन हो सकता है कि 2029 के बाद फिर से विपक्षी दल ईवीएम पर सवाल उठाएं।” उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष ने मतदान के बीच चुनाव को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया था।
विपक्षी दलों की आलोचना
प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों की तकनीक विरोधी मानसिकता की आलोचना की। उन्होंने कहा, “विपक्षी लोग पिछली शताब्दी में जीने वाले लोग हैं। वो तकनीक को स्वीकार नहीं करते हैं। ये लोग प्रगति के विरोधी और आधुनिकता के विरोधी हैं। यह बेहद चिंता का विषय है देश के लिए।”
विदेशों में विपक्ष का रवैया
पीएम मोदी ने विपक्षी दलों पर विदेशों में देश की छवि खराब करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “मैं दुनियाभर में यह ढोल पीट रहा हूं कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। लेकिन ये विपक्षी दल वाले विदेशों में जाकर ढोल पीट रहे हैं कि एक चाय वाला देश का प्रधानमंत्री बन गया है। देश में लोकतंत्र खत्म हो रहा है।”
क्यों रही आज एनडीए संसदीय दल की बैठक महत्वपूर्ण
एनडीए संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गठबंधन का नेता चुने जाने से एनडीए की एकजुटता और मजबूती का संदेश मिला है। वहीं आज प्रधानमंत्री का संबोधन यह दर्शाता है कि एनडीए अपने सहयोगियों के भरोसे को बनाए रखने और विपक्ष के आरोपों का सटीक जवाब देने के लिए प्रतिबद्ध है। आगामी वर्षों में एनडीए की प्राथमिकताओं और रणनीतियों का दिशा-निर्देश इस बैठक में प्रस्तुत किया गया, जिससे देश के राजनीतिक परिदृश्य में एक नई दिशा मिल सकती है।
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