इजरायल हमास युद्ध के बीच इस्लामिक कट्टरपंथी आतंकी संगठन हमास के सह संस्थापक शेख हसन यूसुफ के बेटे मोसाब हसन ने एक बार फिर से हमास की पशुता का खुलासा किया है। मोसाब का कहना है कि अगर इस्लाम के खिलाफ नहीं लड़ा गया तो पूरी दुनिया खतरे में आ सकती है।
मोसाब खुद एक पूर्व फिलिस्तीनी आतंकी रहे हैं। उनका मानना है कि फिलिस्तीन की अगर कोई परिभाषा बनती है तो इसका अर्थ है इजरायल का पूरी तरह से खात्मा। मोसाब का कहना है कि फिलिस्तीनी प्राधिकरण हमास से अधिक बड़ा खतरा है। टू स्टेट समाधान के विरोधी मोसाब का मानना है कि इस नीति का समर्थन करने वाले लोग या तो इजरायल का नामो निशान मिटा देना चाहते हैं या फिर ऐसे लोग इसके अस्तित्वगत खतरे बारे में जानते ही नहीं हैं।
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हमें जागने की जरूरत है। सबसे बड़ी समस्या इस्लाम है, जिससे अगर नहीं लड़ा गया तो पूरी दुनिया का ही अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा। अगर बहुत देर हो गई तो हमें खुद इस खतरे का सामना करना पड़ेगा।
फिलिस्तीनी प्राधिकरण की उत्पत्ति ही उसी आतंकवाद से होती है, जहां से हमास, मुस्लिम ब्रदरहुड जैसे कई अन्य आतंकी संगठन आते हैं। इसके साथ ही मोसाब ने 14वीं शताब्दी में मुस्लिमों द्वारा यहूदियों कत्लेआम का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर इजरायल के खिलाफ इतना अधिक प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है कि जैसे ही लोग इसे देखते हैं तो इसे सच मान लेते हैं।
कौन हैं मोसाब
गौरतलब है कि हमास के सह संस्थापक शेख हसन यूसुफ के बेटे मोसाब हसन भी कभी इजरायल के खिलाफ दुश्मनी पाले बैठे थे। वह पूर्व फिलिस्तीनी आतंकी रहे हैं। लेकिन, वर्ष 2019 में वो इजरायल चले गए और वहां इजरायली इंटेलीजेंस यूनिट शिन बेट के जासूस के तौर पर भी काम किया और फिर बाद में अमेरिका चले गए।
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