कर्णावती: राजकोट TRP गेम जोन अग्निकांड मामले में पुलिस ने पूर्व TPO, 2 ATPO और फायर ऑफिसर समेत चार को गिरफ्तार कर लिया है। इस गिरफ्तारी के साथ ही अब अग्निकांड में गिरफ्तार आरोपियों की संख्या 9 हो चुकी है। भ्रष्टाचारी अधिकारियों के खिलाफ सरकार का कड़ा रुख देखते हुए आने वाले दिनों में गिरफ्तारी का आंकड़ा बढ़ भी सकता है। दूसरी इन चारों भ्रष्ट अधिकारियों की संपत्ति के मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो ने भी छापे मारने शुरू कर जांच आगे बढ़ाई है।
राजकोट TRP गेम ज़ोन अग्निकांड के मामले में जिम्मेदार स्थानीय अधिकारियों एवं IAS और IPS के खिलाफ सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए जांच शुरू की है, जिसके चलते इस मामले गठित की गई SIT ने अधिकारियों और अफसरों की पूछताछ की थी।
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SIT ने राजकोट नगर निगम के पूर्व TPO मनसुख सागठिया, डेप्युटी चीफ फायर ऑफिसर भीखा ठेबा और PGVCL के डेप्युटी इंजीनियर एस के चौहान की देर रात पूछताछ की। बाद में पूर्व TPO मनसुख सागठिया, 2 असिस्टेन्ट टाउन प्लानिंग ऑफिसर मुकेश मकवाना और गौतम जोशी एवम फायर स्टेशन के ऑफिसर रोहित वागरा को गिरफ्तार कर लिया है।
इससे पहले गेम जॉन के पांच पार्टनर्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिसके चलते इस केस में गिरफ्तार आरोपियों की संख्या बढकर अब 9 हो गई है।
गिरफ्तार अधिकारी किस प्रकार से सम्मिलित थे?
TRP गेम जोन गैरकानूनी होने के बारे में 8 महीने पहले नगर निगम के टाउन प्लानिंग विभाग ने सिर्फ नोटिस भेजकर संतोष मान लिया था। फिर आगे कोई कारवाई नहीं की थी। इसी प्रकार फायर स्टेशन के ऑफीसर को उनके विस्तार में आने वाले गेम जोन के पास फायर NOC समेत की परमिशन एवम आग के संजोग में गेम जोन में फायर एक्ज़िट समेत की व्यवस्था है या नहीं यह जांच करनी थी, लेकिन वह भी नहीं हुआ। अगर यह जांच उस वक्त की गई होती तो आज 27 निर्दोषों की जान बच जाती।
गिरफ्तार अधिकारियों पर ACB का शिकंजा
भ्रष्टाचारी अधिकारियों की फर्ज के प्रति लापरवाही ने 27 लोगों की जान ली। लेकिन, ऐसा कौन सा फायदा इन अधिकारियों को हो रहा था जिसके चलते उन्होंने गैरकानूनी गेम जोन के प्रति आंखे मूंद ली, इसकी वजह ढूंढने के लिए अब ACB ने भ्रष्टाचारी अधिकारियों पर शिकंजा कसा है। ACB के अधिकारियों ने गिरफ्तार चारों अधिकारियों के निवास स्थान और ऑफिस पर छापे मारे है। छापे की कार्यवाही के बाद भ्रष्ट अधिकारियों के भ्रष्टाचार के मामले में बड़े खुलासे हो सकते हैं।
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