फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के साथ बीते 6 माह से युद्ध कर रहे इजरायल ने अपने सैन्य अभियान आगे बढ़ा दिया है। सभी तरह के अंतरराष्ट्रीय दबावों को धता बताते हुए इजरायली सेना ने गाजा के राफा शहर पर हमला बोल दिया है। हमास आतंकियों के खिलाफ टैंकों, तोपों और एयर स्ट्राइक के जरिए आईडीएफ राफा के अंदर घुस गई है। इजरायली चेतावनी को देखते हुए अब तक 500,000 से अधिक लोग राफा छोड़कर चले गए हैं।
इसी के साथ अब इजरायल ने पूरे गाजा में युद्ध छेड़ दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, तबाह हुए क्षेत्र के सुदूर दक्षिण तक में हेलिकॉप्टर और जमीनी लड़ाई की सूचना आ रही है। शहर को दो भागों में बांटने वाली अल दीन सड़क पर आईडीएफ ने कब्जा कर लिया है। वह जबालिया और बेतलाहिया की तरफ भी बढ़ा है।
इजरायली ऑपरेशन का असर ये हो रहा है कि ईंधन, भोजन और साफ पानी की बढ़ती कमी के बीच गाजा के लोगों की मानवीय सहायता कर रहे कई संगठनों ने अपनी सेवाओं को बंद कर दिया है। इस बीच सोमवार को युद्ध में बलिदान हुए सैनिकों की याद में आय़ोजित एक कार्यक्रम में येरुशलेम में इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ युद्ध को अस्तित्व की लड़ाई करार दिया।
उन्होंने कहा कि ये लड़ाई अस्तित्व, स्वतंत्रता, सुरक्षा और समृद्धि या फिर विनाश, नरसंहार, बलात्कार और दासताके बीच है। हम इस युद्ध को जीतने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इजरायल की पूर्ण जीत पर अमेरिका को संदेह
इस बीच अमेरिकी उप विदेश मंत्री कर्ट कैंपबेल का कहना है कि बिडेन प्रशासन को इस बात की संभावना नहीं दिख रही है कि इजरायल फिलिस्तीनी क्षेत्र में हमास पर पूर्ण जीत हासिल कर पाएगा। बताया जा रहा है कि कैंपबेल की यह टिप्पणी अब तक की सबसे अधिक स्वीकारोक्त टिप्पणी मानी जा रही है।
मियामी में नाटो युवा शिखर सम्मेलन में कैंपबेल कहते हैं, “कुछ मामलों में, हम इस बात पर संघर्ष कर रहे हैं कि जीत का सिद्धांत क्या है।” “कभी-कभी जब हम इजरायली नेताओं को करीब से सुनते हैं, तो वे ज्यादातर युद्ध के मैदान पर व्यापक जीत, पूर्ण जीत के विचार के बारे में बात करते हैं।” कैंपबेल का कहना है कि उन्हें नहीं लगता है कि यह बिल्कुल 9/11 के बाद के हालातों जैसा है।
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