गत अप्रैल को संस्कार भारती, दिल्ली प्रांत द्वारा भारतीय नववर्ष उत्सव का आयोजन किया गया। इसमें सान्निध्य मिला प्रज्ञा प्रवाह के राष्ट्रीय संयोजक जे. नंदकुमार का। मुख्य अतिथि के रूप में सुप्रसिद्ध नृत्यांगना बहनों नलिनी-कमलिनी की उपस्थिति रही। विशिष्ट अतिथि थे सांसद मनोज तिवारी और पूर्व महापौर हर्ष मल्होत्रा।
प्रारंभ में अभय सोपोरी और उनके साथियों द्वारा संतूर वादन प्रस्तुत किया गया। इसके साथ ही भजन गायन हुआ, नृत्य प्रस्तुति हुई और काव्य पाठ भी हुआ। सूर्योदय के समय उपस्थित सभी लोगों ने भगवान् भास्कर को अर्घ्य देकर दीपदान किया। जे. नंदकुमार ने कहा कि भारतीय नववर्ष मनाने की परंपरा युगों-युगों से चली आ रही है।
जल संरक्षण पर गोष्ठी
गत दिनों राजकीय महिला बहुतकनीकी संस्थान, सिरसा (हरियाणा) में जल संरक्षण पर एक गोष्ठी हुई। इसे संबोधित करते हुए जल के क्षेत्र में कार्य करने वाले रमेश गोयल ने कहा कि अनेक कारणों से प्रदूषण व तापमान बढ़ रहा है। जलवायु परिर्वतन के कारण वर्षा कम हो रही है जिससे नदियों में जल घटता जा रहा है
। नदियों में पानी की कमी के कारण भूजल दोहन बढ़ रहा है जिससे भूजल स्तर 500 फुट तक नीचे चला गया है। उन्होंने कहा कि पानी किसी मिल या फैक्ट्री में नहीं बनाया जा सकता। सरकार एक स्थान से दूसरे स्थान पर टैंकरों से पानी पहुंचा कर आपूर्ति का प्रयास कर रही है, परंतु ऐसा कब तक होगा।
जब तक हम पानी को बर्बाद करना बंद नहीं करेंगे तथा बचत करने की आदत नहीं बनाएंगे, यह स्थिति गंभीर होती जाएगी। गोष्ठी में बड़ी संख्या में छात्र उपस्थित थे।
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