कहने को अभी इस्लाम के पवित्र माह के पवित्र दिन चल रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद देश भर में आए दिन कट्टरपंथी इस्लामवादियों के एक के बाद एक कारनामे सामने आ रहे हैं। ताजा घटनाक्रम में मध्य प्रदेश में दो हिन्दू युवाओं को श्री राम जी का भजन सुनना इतना भारी साबित हुआ कि कट्टरपंथी मुस्लिमों की भीड़ ने दोनों को घेर कर उनकी जान लेने की कोशिश की। वह तो गनीमत रही कि रास्ते से गुजर रहे अन्य हिन्दुओं ने इन दोनों की चित्कार सुनने के बाद बीच बचाव करना शुरू किया और ये दोनों किसी तरह से इस्लामिक भीड़ के हाथों छूटने में कामयाब रहे।
दरअसल, मामला मध्य प्रदेश के सागर जिले से जुड़ा है। यहां 27 वर्षीय ई-रिक्शा चालक राहुल राठौर और उसके साथी सौरभ कपालिया को कट्टरपंथियों की भीड़ ने इसलिए घेरा, क्योंकि वह अपने ई-रिक्शा में भगवान श्रीराम का भजन सुन रहे थे। जब वह सदर के 12 मुहाल से गुजर रहे थे, तभी वहां मौजूद वर्ग विशेष (मुसलमान) मजहब से जुड़े कुछ लोगों ने उन्हें रोका, भजन बंद करने को कहा, जिसके बाद इन दोनों ने भगवान रामजी का भजन बंद कर दिया था। लेकिन इस पर भी ये मजहबी लोग शांत नहीं हुए, ये सभी ई-रिक्शा चालक राहुल राठौर और सौरभ कपालिया को पकड़कर अंदर की ओर ले गए, जहां बड़ी संख्या में इस्लामिक भीड़ जमा हो गई, जिसने इन दोनों को मारना शुरू कर दिया। पत्थरों से वार करते हुए ई-रिक्शा भी पूरी तरह से तोड़ दिया। तभी घटना की जानकारी कुछ हिन्दुओं को भी हुई और वे वहां पहुंचने लगे, जहां इन दोनों को मारा जा रहा था, तब किसी तरह से ये दोनों अपनी जान बचा सके।
गुड्डू माली के सीने में चाकू से वार
इस दौरान बीच-बचाव करने पहुंचे लोगों में से एक पर किसी अज्ञात ने चाकू से हमला कर दिया। यहां 12 मुहाल में फूल माला की दुकान लगाने वाले गुड्डू माली के सीने में चाकू लगे हैं। उनका अभी इलाज चल रहा है। पूरी घटना शनिवार देर रात्रि की है। बताया जा रहा है उस समय रात के साढ़े दस से 11 बजे का समय था। पूरे मामले में नरयावली से भाजपा विधायक प्रदीप लारिया और हिंदू नेता कपिल स्वामी ने बताया है कि कट्टरपंथियों की भीड़ इतना करके भी नहीं रुकी। हिन्दू घरों पर लगातार देर रात तक पत्थर फेंके जाते रहे, सामने से तलवार लहराकर लगातार चुनौती दी जा रही थी।
अभी तक 17 लोगों की गिरफ्तारी
यह पूरा मामला शहर के कैंट थाना क्षेत्र के सदर 12 मुहाल का है, जहां ई-रिक्शा में भगवान श्रीराम का भजन बजाने को लेकर इतना अधिक तनावपूर्ण हो गया कि समुदाय विशेष (मुसलमान) लोगों के पथराव और शक्ति प्रदर्शन के दौरान जुटी भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले तक छोड़ने पड़े। शहर के चारों थानों से पुलिस वज्र वाहन के साथ मौके पर पहुंची। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने दस से बारह राउंड आंसू गैस के गोले दागे और हल्का बल प्रयोग किया। पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी सहित भारी पुलिस बल मौके पर देर रात तक मौजूद रहे और दूसरे दिन रविवार को भी वे यहां पहुंचे । घटना के समय से ही यहां पुलिस बल तैनात है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अभी तक 17 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। वहीं क्षेत्र में धारा 144 लागू है। फिलहाल तक भी क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
राहुल राठौर ने बताई आपबीती
ई-रिक्शा चालक राहुल राठौर ने अपनी आपबीती में बताया है कि 12 मुहाल के पास दूसरे समुदाय (मुसलमानों) ने उसे रोका और भगवान श्रीराम का भजन बजाने की बात को लेकर विवाद करते हुए उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। उसका आटो भी तोड़ दिया। उस पर 100 से ज्यादा लोगों ने हमला किया था। राहुल राठौर ने बताया कि वह अपने दोस्त सौरभ कपालिया के साथ जा रहा था। तभी यह विवाद हुआ। आरोपितों ने राहुल और सौरभ को जमकर पीटा विवाद में बीच बचाव करने आए गुड्डू माली नाम के युवक पर भी किसी ने चाकू से हमला कर दिया।
इस संबंध में पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर वह लगातार आरोपितों की पहचान करने में लगी हुई है। 17 को पकड़ा गया है, आगे और भी लोग जल्द गिरफ्तार होंगे। कैंट थाना क्षेत्र अंतर्गत किसी भी प्रकार की सभा के आयोजन की अनुमति नहीं है। आचार संहिता के कारण धारा 144 भी लगी हुई है।
वारदात करनेवालों में गुड्डू, इजाद, नानू, अब्बू एवं अन्य कट्टरपंथियों के नाम आए सामने आए हैं। उल्लेखनीय है कि विवाद की सूचना के बाद नरयावली विधायक प्रदीप लारिया, भाजपा नेता जगन्नाथ गुरैया सहित हिंदू संगठन की कई नेता कैंट थाने पहुंचे और पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की। ई-रिक्शा चालक और युवक पर चाकू से हमला और पथराव करने वाले आरोपियों के खिलाफ एफआईआर और उनके घरों पर बुलडोजर चलाने की मांग पर अड़े हुए हैं ।
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