चंडीगढ़। केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर मंगलवार को चंडीगढ़ में खेलो इंडिया राइजिंग टैलेंट आइडेंटिफिकेशन (कीर्ति) कार्यक्रम की शुरुआत की। नौ से 18 वर्ष के आयु वर्ग यानी स्कूल जाने वाली उम्र के एथलीटों के लिए कीर्ति, खेलो इंडिया मिशन के तहत एक महत्वाकांक्षी राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम है, जो आईटी उपकरणों का उपयोग करके देश के हर कोने से प्रतिभा की पहचान करने का प्रयास करेगा और प्रतिभा प्रदर्शित करने के लिए एक साझा मंच प्रदान करेगा।
इस अवसर पर अनुराग ठाकुर ने पत्रकारों से कहा, “यह सुनिश्चित करने के लिए कि भविष्य में हमारी पदक तालिका और भी बेहतर हो, प्रतिभा की पहचान आवश्यक थी। इसलिए, खेलो इंडिया राइजिंग टैलेंट आइडेंटिफिकेशन प्रोग्राम – कीर्ति – आज लॉन्च किया गया है। कीर्ति के माध्यम से, प्रतिभा पहचान बनाई जाएगी, संवारा जाएगा। अगले कुछ महीनों में इसे देश के हर जिले में लागू किया जाएगा।”
उन्होंने आगे कहा, “हमने पिछले 10 वर्षों में तीन हजार करोड़ रुपये का आधारभूत ढांचा खड़ा किया। 1075 खेलो इंडिया सेंटर बनाए। खिलाड़ियों के लिए ऑन लाइन अवार्ड की सुविधा उपलब्ध करा दी। खेलो इंडिया योजना चलाई और अब कीर्ति के माध्यम से प्रतिभा की पहचान की जाएगी।”
उन्होंने कहा, “इस कार्यक्रम के जरिये हम प्रतिभा को खोजेंगे, पहचानेंगे और प्रशिक्षण देकर उसे निखारने का काम करेंगे व पदक जीतने के लायक बनाएंगे। अगले कुछ महीनों में कीर्ति देश के हर जिले में जाएगी।”
उन्होंने कहा, “इस कार्यक्रम से जुड़ने के लिए 9 से 18 वर्ष के युवाओं को माई भारत प्लेटफॉर्म पर रजिस्ट्रेशन करना होगा और बताना होगा कि उनकी किस खेल में प्रतिभा है, इसके बाद मोबाइल नंबर और जिले का नाम बताना होगा, इसके बाद टैलेंट एसेसमेंट सेंटर के जरिये हमारे कीर्ति के अधिकारी संपर्क करेंगे। हम टैलेंट एसेसमेंट सेंटर भविष्य में देश के हर जिले में बनाने जा रहे हैं, अभी हम 50 हजार खिलाड़ियों तक जाएंगे, उसके बाद 21 लाख खिलाड़ियों तक जाएंगे।”
गौरतलब है कि कीर्ति का मूल उद्देश्य जमीनी स्तर से शुरू होकर एक पिरामिडनुमा संरचना तैयार करना है और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत को उत्कृष्टता दिलाना है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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