प्रधानमंत्री मोदी ने अबू धाबी में बीएपीएस मंदिर का किया उद्घाटन
May 25, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

प्रधानमंत्री मोदी ने अबू धाबी में बीएपीएस मंदिर का किया उद्घाटन

यह मंदिर 27 एकड़ में फैला है और इसकी ऊंचाई 108 फीट है। इसके निर्माण में 18 लाख ईंटों का इस्तेमाल किया गया है। दुनिया भर के अन्य सभी बीएपीएस मंदिरों की तरह यह मंदिर हर किसी के लिए खुला है

by WEB DESK
Feb 14, 2024, 11:22 pm IST
in विश्व
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को यूएई के अबूधाबी स्थित बीएपीएस मंदिर का उद्घाटन किया। मंदिर उद्घाटन के बाद उन्होंने बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) मंदिर में पूजा-अर्चना की। प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए महंत स्वामी महाराज ने प्रधानमंत्री मोदी को माला पहनाई। इस दौरान प्रधानमंत्री ने दुनिया भर के 1,200 से अधिक बीएपीएस मंदिरों में एक साथ की गई ‘वैश्विक आरती’ में भाग लिया। यहां उन्होंने मंदिर में वर्चुअल गंगा, यमुना नदी में जल चढ़ाया। उद्घाटन कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री ने मंदिर निर्माण में शामिल रहे कारीगरों और मजदूरों से मुलाकात की।

यह मंदिर 27 एकड़ में फैला है और इसकी ऊंचाई 108 फीट है। इसके निर्माण में 18 लाख ईंटों का इस्तेमाल किया गया है। दुनिया भर के अन्य सभी बीएपीएस मंदिरों की तरह यह मंदिर हर किसी के लिए खुला है। पारंपरिक नागर शैली में बना यह मंदिर सार्वभौमिक मूल्यों, विभिन्न संस्कृतियों के सद्भाव की कहानियों, अवतारों और हिंदू आध्यात्मिक नेताओं का प्रतिनिधित्व करता है।

मंदिर के बाहरी हिस्से में राजस्थान के गुलाबी बलुआ पत्थर का उपयोग किया गया है। मंदिर के आंतरिक भाग में इटालियन मार्बल का उपयोग किया गया है। मंदिर में केंद्रीय गुंबद – ‘सद्भाव का गुंबद’ और ‘शांति का गुंबद’ हैं। सात शिखर, 12 समरन शिखर जिसको ‘घुम्मट’ कहते हैं। सात शिखर संयुक्त अरब अमीरात के सात अमीरातों के प्रतिनिधि हैं। इसमें 402 खंभे, 25,000 पत्थर के टुकड़े, मंदिर तक जाने वाले रास्ते के चारों ओर 96 घंटियां और गौमुख स्थापित हैं। इसमें नैनो टाइल्स का इस्तेमाल किया गया है, जो गर्मी की मौसम में भी पर्यटकों के लिए चलने में आरामदायक होगी। मंदिर के ऊपर बायीं ओर 1997 में अबू धाबी में मंदिर की कल्पना करने वाले परम पूज्य प्रमुख स्वामीजी महाराज की तस्वीर को एक पत्थर पर उकेरा गया है। मंदिर के ऊपरी दाहिनी ओर उस समय की स्मृति उकेरी गई है जब परम पूज्य महंत स्वामीजी महाराज ने 2019 में आधारशिला रखी थी।

मंदिर में किसी भी प्रकार के लोहे और स्टील का नहीं बल्कि पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है। मंदिर में गोलाकार, षटकोणीय जैसे विभिन्न प्रकार के खंभे देखे जा सकते हैं। यहां एक विशेष स्तंभ है, जिसे ‘स्तंभों का स्तंभ’ कहा जाता है, इसमें लगभग 1400 नक़्क़ाशीदार छोटे स्तंभ बने हुए हैं। एक गुंबद में पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, पौधे आदि तत्वों की नक्काशी के माध्यम से मानव सह-अस्तित्व और सद्भाव को दर्शाया गया है। मंदिर भारत के उत्तर, पूर्व, पश्चिम और दक्षिण भाग के देवता हिंदू आध्यात्मिकता का प्रतिनिधित्व करते हैं । इस प्रकार सभी 7 तीर्थस्थलों में विभिन्न देवता होंगे – भगवान राम, सीताजी, लक्ष्मणजी और हनुमानजी भगवान शिव, पार्वतीजी, गणपतिजी, कार्तिकेयजी, भगवान जगन्नाथ, राधा-कृष्ण, श्री अक्षर-पुरुषोत्तम महाराज (भगवान स्वामीनारायण और गुणातीतानंद स्वामी) भगवान तिरूपति बालाजी और पद्मावतीजी भगवान अयप्पाजी।

भगवान शिव को समर्पित इस मंदिर में शिवपुराण और 12 ज्योतिर्लिंग उत्कीर्ण हैं। भगवान जगन्नाथ के मंदिर में, जगन्नाथ यात्रा/रथयात्रा अंकित है। भगवान कृष्ण को समर्पित इस मंदिर में भागवत और महाभारत की नक्काशी की गई है। इसी तरह, भगवान स्वामीनारायण, भगवान अयप्पा को समर्पित मंदिर में उनके जीवन, कार्य और शिक्षाओं को अंकित किया गया है। भगवान राम के मंदिर में रामायण की नक्काशी की गई है। मंदिर के आसपास की इमारतें आधुनिक और न्यूनतर हैं। मंदिर के चारों ओर पवित्र नदी की धाराएं निर्मित होती हैं। गंगा नदी मंदिर के दाहिनी ओर जा रही है। यमुना नदी मंदिर के बायीं ओर जा रही है। इन पवित्र नदियों का जल यहां लाया गया है। जहां गंगा नदी गुजरती है वहां वाराणसी जैसा घाट बनाया गया है।

मंदिर के प्रवेश द्वार पर आठ मूर्तियां बनाई गईं हैं, जो आठ मूल्यों का प्रतीक हैं, यानी विश्वास की मूर्ति, दान की मूर्ति, प्रेम की मूर्ति। ये आठ मूर्तियां आठ मूल्य हैं, जिन पर हमारा सनातन धर्म आधारित है। ऐतिहासिक शख्सियतों, संतों और आचार्यों की मूर्तियां हैं, जिन्होंने इन मूल्यों को बनाए रखा है। भारतीय सभ्यता के अलावा अन्य देशों की प्राचीन सभ्यताओं का भी समावेश किया गया है- माया, एज्टेक, इजिप्शियन, अरबी, यूरोपीय, चीनी और अफ़्रीकी सभ्यता शामिल है। सभा हॉल की 3000 लोगों की क्षमता हैं। इसके अलावा सामुदायिक केंद्र, प्रदर्शनियां, अध्ययन और मजलिस कक्ष हैं। मंदिर की विशेषता है कि एक मुस्लिम राजा ने एक हिंदू मंदिर के लिए भूमि दान की है। यहां मुख्य वास्तुकार कैथोलिक ईसाई है। परियोजना प्रबंधक एक सिख थे। संस्थापक डिजाइनर एक बौद्ध हैं। निर्माण कंपनी एक पारसी समूह की है और निर्देशक जैन परंपरा से आते हैं।

(सौजन्य सिंडिकेट फीड)

Topics: अबू धाबी में मंदिरAbu Dhabi BAPS TempleTemple in Abu Dhabiपीएम मोदीPM Modiमंदिर का उद्घाटनtemple inauguratedबीएपीएस मंदिरBAPS templeअबू धाबी में बीएपीएस मंदिर
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

सीबीएसई स्कूलों में लगाए गए शुगर बोर्ड

Mann Ki Baat: स्कूलों में शुगर बोर्ड क्यों जरूरी? बच्चों की सेहत से सीधा रिश्ता, ‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने की तारीफ

India has becomes fourth largest economy

जापान को पीछे छोड़ भारत बना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, 4.18 ट्रिलियन डॉलर का आकार

नीति आयोग बैठक : PM मोदी ने थामा विष्णुदेव साय का हाथ, बोले- ‘छत्तीसगढ़ की बात अभी बाकी है’

नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री

दुश्मनों ने देखा जब सिंदूर बारूद बन जाता है तो नतीजा क्या होता है, पाकिस्तान से सिर्फ पीओजेके पर ही बात होगी: पीएम मोदी

PM मोदी पर फर्जी आरोपों वाली AI जनित रिपोर्ट वायरल, PIB ने बताया झूठा

PM Shehbaz Sharif

पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ का एक और ड्रामा: टैंक पर चढ़कर की बहादुरी की नकल, बोले -किताब लिखूंगा

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Leftist feared with Brahmos

अब समझ आया, वामपंथी क्यों इस मिसाइल को ठोकर मार रहे थे!

सीबीएसई स्कूलों में लगाए गए शुगर बोर्ड

Mann Ki Baat: स्कूलों में शुगर बोर्ड क्यों जरूरी? बच्चों की सेहत से सीधा रिश्ता, ‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने की तारीफ

सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाया गया

उत्तराखंड : नैनीताल में 16 बीघा जमीन अतिक्रमण से मुक्त, बनी थी अवैध मस्जिद और मदरसे

उत्तराखंड : श्री हेमकुंड साहिब के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले गए

यूनुस और शेख हसीना

शेख हसीना ने यूनुस के शासन को कहा आतंकियों का राज तो बीएनपी ने कहा “छात्र नेताओं को कैबिनेट से हटाया जाए”

Benefits of fennel water

क्या होता है अगर आप रोज सौंफ का पानी पीते हैं?

Acharya Premananda Ji Maharaj

आचार्य प्रेमानंद जी महाराज से जानिए भगवान को कैसे प्रसन्न करें?

India Exposes Pakistan

‘पाकिस्तान के आतंकी हमलों में 20,000 भारतीयों की हुई मौत’, UNSC में भारत ने गिनाए पड़ोसी के ‘पाप’

ghar wapsi

घर वापसी: सुंदरगढ़ में 14 आदिवासियों की घर वापसी, मिशनरियों के प्रलोभन से बने थे ईसाई

India has becomes fourth largest economy

जापान को पीछे छोड़ भारत बना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, 4.18 ट्रिलियन डॉलर का आकार

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies