इजरायल में 7 अक्टूबर को हमास द्वारा किए गए हमले में संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी UNRWA के एजेंटों के शामिल होने के बाद 16 देशों में उसकी फंडिंग को रोक दिया था, जिसके बाद अब इस्लामिक देश संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने फिलिस्तीनी शरणार्थी एजेंसी UNRWA को 5 मिलियन डॉलर की मदद की है।
इस बात का खुलासा संयुक्त अरब अमीरात की राज्य समाचार एजेंसी डब्ल्यूएएम ने किया है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि गाजा पट्टी में पुनर्निमाण के कार्यों में तेजी लाने के लिए संयुक्त राष्ट्र फिलिस्तीनी शरणार्थी एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) के मुख्य संयुक्त राष्ट्र समन्वयक सिग्रीड काग के प्रयासों के समर्थन में 5 मिलियन डॉलर आवंटित किए गए हैं।
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क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि इजरायल ने बीते दिनों गाजा में ऑपरेशन के दौरान हमास के कुछ आतंकियों को गिरफ्तार किया था, जिन्होंने इस बात का खुलासा किया था कि UNRWA के एजेंट 7 अक्टूबर के हमले में शामिल थे। इजरायल ने दावा किया कि फिलिस्तीनी शरणार्थी एजेंसी के करीब एक दर्जन कर्मचारी हमले में शामिल थे। इस बात का भी खुलासा किया गया था कि इन 12 यूएन कर्मचारियों में से 7 UNRWA की स्कूूल के शिक्षक थे। दो शैक्षिक सलाहकार और बाकी मानवीय सहायता गोदाम के प्रबंधक थे।
इसके अलावा एक शिक्षक तो हमले के दौरान आतंकी संगठन हमास का कमांडर था। वो किबुट्ज बेरी में किए गए नरसंहार में शामिल था। एक अन्य शिक्षक, जो कि संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी का सामाजिक कार्यकर्ता था, वो इजरायली सैनिक के शव का अपहरण करने में भी शामिल था।
इजरायल के इन आरोपों के बाद दबाव में आए संयुक्त राष्ट्र ने तुरंत कई आरोपियों को बर्खास्त कर दिया साथ ही सुधार करने की बात भी कही। हालांकि, इसके प्रतिक्रिया में अमेरिका समेत कुल 16 देशों में UNRWA को दी जाने वाली सहायता राशि पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी। इसके बाद ईरान ने खाड़ी के इस्लामिक देशों से फिलिस्तीन की मदद करने का आह्वान किया था। यूएई की इस मदद को ईरान की अपील के तौर पर देखा जा रहा है।
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