Saudi Arabia : जिसे सूर्य पूजा कहकर 'कुफ्र' कहते है कट्टरपंथी, उसी योग का सऊदी ने मक्का में कराया भव्य आयोजन
July 14, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

Saudi Arabia : जिसे सूर्य पूजा कहकर ‘कुफ्र’ कहते है कट्टरपंथी, उसी योग का सऊदी ने मक्का में कराया भव्य आयोजन

मुस्लिमों के सबसे पवित्र शहर में आयोजित हुए योग कार्यक्रम में मदीना, ताइफ और जेद्दा सहित कई शहरों के लोगों ने लिया भाग। मालदीव से लेकर मलेशिया तक व‍िरोध करते हैं कट्टरपंथी.

by SHIVAM DIXIT
Jan 31, 2024, 08:27 pm IST
in विश्व
प्रतीकात्मक चित्र - मक्का में योग

प्रतीकात्मक चित्र - मक्का में योग

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

इस्लामिक मुल्क सऊदी अरब में कुछ साल पहले तक योग अभ्यास को कुफ्र माना जाता था। यही नहीं सऊदी अरब में योग के बारे में सोचना भी अपराध था। लेकिन दुनिया भर में योग के बारे में दृष्टिकोण बदल रहा है। अब सऊदी अरब में भी सैकड़ों लोग योग सीख रहे हैं। इसी के चलते सऊदी ने अपने सबसे पवित्र माने जाने वाले मक्का शहर में योग पर चैपियनशिप आयोजित कराई।

27 जनवरी दिन शनिवार को मक्का ने दूसरी सऊदी ओपन योग आसन चैम्पियनशिप की मेजबानी की। इस प्रतियोगिता को अल-वेहदा सऊदी क्लब ने आयोजित किया। इसमें बड़ी संख्या में लड़के-लड़कियों ने भाग लिया और योग आसन किए। क्लब ने चैंपियनशिप में अच्छा प्रदर्शन करने वाले बच्चों को इनाम देकर सम्मानित किया। इस चैंपियनशिप को देखने के लिए काफी संख्या में लोग जुटे और योग आसन देखकर प्रतिभागियों की तारीफ भी की।

सऊदी में लगातार बढ़ रही है योग की लोकप्रियता

सऊदी अरब में योग को लेकर वहां के लोगों में इसकी लोकप्रियता लगातार बढती ही जा रही है। मक्का शहर में आयोजित हुए योग के इस कार्यक्रम वहां के अलावा जेद्दा, मदीना, ताइफ और देश के दूसरे शहरों से भी प्रतिभागी भाग लेने पहुंचे। इस कार्यक्रम को सऊदी अरब ओलंपिक समिति और खेल मंत्रालय के तत्वावधान में आयोजित किया गया, जो एक वैध खेल गतिविधि के रूप में योग की आधिकारिक मान्यता का संकेत है। इस दौरान सऊदी योग समिति के अध्यक्ष नौफ अल-मरवाई खुद इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

बता दें कि योग को नवंबर 2017 में सऊदी में आधिकारिक तौर पर अनुमति दी गई थी। इसके बाद मई 2021 में सऊदी योग समिति का गठन हुआ, जिसे बाद में नए सऊदी योग महासंघ के रूप में मान्यता दी गई।

मक्का में योग के आयोजन ने तोड़ी कई भ्रांतियां

मुसलमानों के लिए सबसे ज्यादा धार्मिक अहमियत रखने वाले शहरों में से एक मक्का में योग प्रतियोगिता के इस आयोजन ने कई भ्रान्तियों को भी तोड़ने का काम किया है। दुनिया के कई मुस्लिम देशों में कट्टरपंथी योग का विरोध करते रहे हैं लेकिन सऊदी ने मक्का में योग के इस सफल कार्यक्रम का आयोजन कराकर उन सभी कट्टरपंथी इस्लामिक देशों को करार जबाव दिया है जो अभी भी योग को कुफ्र और अपराध मानते है.

योग को सूर्य की पूजा कहकर विरोध करते हैं कट्टरपंथी

योग का विरोध करने वालों में मालदीव, मलेशिया, पाकिस्तान समेत कई इस्लामिक देशों के मौलाना और संगठन शामिल हैं। इन कट्टरपंथियों का मानना है कि योग मे सूर्य की पूजा की जाती है। योग की क्रियाएं सूरज को भगवान मानकर पूजा करने जैसी है, जिसकी इजाजत इस्लाम नहीं देता। वहीं कई इस्लामिक लोगों का कहना है कि योग स्वस्थ रहने के व्यायाम का एक तरीका है, इसे धार्मिक चश्मे की बजाय किसी भी दूसरे खेल या कसरत की तरह देखा जाना चाहिए।

संयुक्त राष्ट्र ने दी योग को मान्यता

संयुक्त राष्ट्र ने 11 दिसंबर 2014 को 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की। दुनियाभर के कई देशों में योग अभ्यास को नियमित रूप से अपनाया जा रहा है।

नोउफ अल-मारवाई ने बढ़ाई योग के प्रति जागरुकता

सऊदी अरब में योग को लेकर आ रहे इस बदलाव के पीछे कई कारण है। उनमें से एक हैं 38 वर्षीय नोउफ अल-मारवाई। मारवाई ने अपने प्रयास से सऊदी में सैकड़ों लोगों को योग सिखाया है। मारवाई की संस्था का नाम अरब योगा फाउंडेशन है। सऊदी अरब में महिलाओं के लिए योग स्टूडियो भी मारवाई की देन माना जाता है।

मारवाई कहती हैं कि योग को मान्यता मिलने के कुछ महीने में ही मक्का और मदीना सहित कई बड़े शहरों में योग स्टूडियो खुल गए। योग प्रशिक्षकों का नया उद्योग खड़ा हो गया।

मारवाई भारत को अपना दूसरा घर मानती हैं और योग को लेकर पूरे विश्व वो जागरूकता फैलाने के लिए वह भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आभारी हैं। मारवाई भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री पुरस्कार से भी सम्मानित हो चुकीं हैं।

बता दें कि अरब में पहले योग को सिर्फ हिंदू धार्मिक परंपरा माना जाता था। योग करना गैर इस्लामिक माना जाता था। लेकिन अब सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने योग को खेल के रूप में मान्यता दी है। अब यह देश भर में लोकप्रिय हो रहा है।

Topics: Yoga competition in MeccaYoga program in Saudiमक्का में योग प्रतियोगिताHoliest city of Muslimsसऊदी में योग कार्यक्रमYoga event in Muslim countryमुस्लिमों का सबसे पवित्र शहरChampionship on yoga in Meccaमुस्लिम देश में योग का आयोजनPopularity of yoga in Saudiमक्का में योग पर चैपियनशिपYoga in Meccaसऊदी में योग की लोकप्रियताRecognition of yogaमक्का में योगNouf Al-Marwaiयोग को मान्यतानोउफ अल-मारवाई
Share4TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

No Content Available

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

नूंह में शोभायात्रा पर किया गया था पथराव (फाइल फोटो)

नूंह: ब्रज मंडल यात्रा से पहले इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद, 24 घंटे के लिए लगी पाबंदी

गजवा-ए-हिंद की सोच भर है ‘छांगुर’! : जलालुद्दीन से अनवर तक भरे पड़े हैं कन्वर्जन एजेंट

18 खातों में 68 करोड़ : छांगुर के खातों में भर-भर कर पैसा, ED को मिले बाहरी फंडिंग के सुराग

बालासोर कॉलेज की छात्रा ने यौन उत्पीड़न से तंग आकर खुद को लगाई आग: राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान

इंटरनेट के बिना PF बैलेंस कैसे देखें

EPF नियमों में बड़ा बदलाव: घर खरीदना, इलाज या शादी अब PF से पैसा निकालना हुआ आसान

Indian army drone strike in myanmar

म्यांमार में ULFA-I और NSCN-K के ठिकानों पर भारतीय सेना का बड़ा ड्रोन ऑपरेशन

PM Kisan Yojana

PM Kisan Yojana: इस दिन आपके खाते में आएगी 20वीं किस्त

FBI Anti Khalistan operation

कैलिफोर्निया में खालिस्तानी नेटवर्क पर FBI की कार्रवाई, NIA का वांछित आतंकी पकड़ा गया

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies