कभी हिन्दू विरोधी बयान, कभी राम विरोधी बयान देकर भी जब सपा के स्वामी प्रसाद मौर्य का पेट नहीं भरा तो अब कार सेवकों पर गोलियां चलवाने वाले मुलायम सिंह का बचाव कर रहे हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा है कि राम मंदिर आंदोलन के कारसेवक अराजक तत्व थे और तत्कालीन मुलायम सिंह यादव की सरकार ने अपने कर्तव्य का पालन करते कानून की रक्षा के लिए और अमन-चैन कायम करने के लिए गोलियां चलवाईं थीं।
उन्होंने कहा कि वो सरकार का कर्तव्य था। मौर्य के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर नेटिजन्स ने तीखी प्रतिक्रिया दी। राधिका चौधरी नाम की यूजर ने स्वामी प्रसाद मौर्य को भाजपा का स्लीपर सेल करार दिया। यूजर ने कहा, “400+ लोडिंग।”
इसी तरह से फन मौजी नाम के एक अन्य यूजर ने कहा, “अखिलेश यादव ने राम मंदिर का निमंत्रण ठुकरा दिया। स्वामी प्रसाद मौर्य ऐसे बयान दे रहे हैं। समाजवादी पार्टी ने राजनीतिक खुदकुशी करने की ठान लिया है। सपा का हाल भी बसपा जैसा ही होने वाला है।”
सिद्धार्थ अग्रहरी ने कहा, “एक अकेला स्वार्थी समाजवादी पार्टी को समाप्तवादी पार्टी बना कर ही छोड़ेगा।”
एक्स यूजर सुमन राज झा कहते हैं,”कोई इसका इलाज कराओ यार।”
स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर जगद्गुरु राम दिनेशाचार्य ने स्वामी प्रसाद मौर्या पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मौर्य जैसे लोग केवल आतंकवाद का साथ देने वालों को खुश करने के लिए इस तरह के बयान देते हैं कारसेवकों पर गोली चलाने वाले लोगों को कभी माफ नहीं किया जा सकता है। स्वामी प्रसाद मौर्य का नाश होना तय है।
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वहीं उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने समाजवादी पार्टी पर समाज को दो भागों में बांटने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सपा समाज को अलग कर विवाद पैदा करना चाहती है, जो ठीक नहीं है। बीजेपी विकास और गंगा जमुनी तहजीब को बढ़ावा दे रही है। जबकि समाजवादी पार्टी के नेता ऐसे विवादित बयान देते हैं, जिससे समाज और जनता दोनों में भ्रम की स्थिति पैदा होती है।
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